हरियाणा आबकारी कराधान विभाग में बड़ा फर्जीवाड़ा, 20 फर्जी फर्म बना 7 करोड़ का किया कारोबार

पानीपत में आबकारी कराधान विभाग के अधिकारियों के साथ एडवोकेट ने की मिलीभगत। आबकारी विभाग अधिकारियों व पुलिस ने नहीं की सुनवाई गृहमंत्री को शिकायत करने पर मामला दर्ज हुआ। आरटीआइ से पता चला कि वकील ने दिया है दगा।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Sat, 07 Aug 2021 10:41 AM (IST) Updated:Sat, 07 Aug 2021 10:41 AM (IST)
हरियाणा आबकारी कराधान विभाग में बड़ा फर्जीवाड़ा, 20 फर्जी फर्म बना 7 करोड़ का किया कारोबार
सितंबर 2020 में टैक्स जमा कराने का विभाग ने नोटिस भेजा तो तभी पड़ित को पता चला।

पानीपत, जागरण संवाददाता। आबकारी कराधान विभाग के अधिकारियों और एक वकील पर जीएसटी का बड़ा फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगा है। थाना शहर क्षेत्र स्थित फर्म के मालिक ने 2011 में ब्रेन हेमरेज होने के कारण फर्म बंद करवा दी थी। आरोप है कि उनका वकील ही विभाग के अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर 20 फर्जी फर्मों से व्यापार करता रहा। दो साल में सात करोड़ रुपये का कारोबार दिखाकर जीएसटी व वैट भी रिटर्न फाइल कर लिया।

फर्जीवाड़े का तब पता चला 38 लाख 42600 रुपये सेल टैक्स जमा कराने का नोटिस पहुंचा। इसकी शिकायत की तो विभाग ने मकान की कुर्की के आदेश जारी करवा दिए। स्वजनों का आरोप है कि अधिकारियों की प्रताड़ना की वजह से फर्म मालिक बलवान सिंह की मौत हो गई। साझीदार व छोटे भाई की पत्नी टीना ने प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज को शिकायत की। तीन आबकारी कराधान अधिकारी, दो इंस्पेक्टर, एक क्लर्क और कुर्की का नोटिस चस्पा करने वाले प्यादे और छह फर्जी फर्म के खिलाफ धोखाधड़ी व षड़यंत्र रचने का मामला थाना शहर पुलिस ने दर्ज किया है।

ये है पूरा मामला

मनाना गांव की टीना रानी ने प्रधानमंत्री, सीएम विंडो, गृहमंत्री, आइजी व एसपी को शिकायत दी कि नंवबर 2009 में उसने अपने जेठ बलवान सिंह के साथ मिलकर सालारजंग गेट के पास विज मार्केट में ईरो इंटरप्राइजिज के नाम से फर्म खोली थी। वे सिलेंडर सेफ्टी गैस फ्यूज के डिस्ट्रीब्यूटर थे। उनका गारंटर पड़ोसी वर्धमान इंटरप्राइजिज का मालिक गोहाना का सुरेश कुमार था। 27 नवंबर 2011 को बलवान को ब्रेन हेमरेज हो गया था। किशनपुरा के एडवोकेट पवन सैनी को कहा था कि उनकी कंपनी बंद करवा दें। शपथपत्र भी दिए थे।

जीएसटी विभाग में जमा नहीं कराया

14 नवंबर 2020 को तत्कालीन ईटीओ पूजा गोयत ने गारंटर सुरेश कुमार को काल बताया कि टीना और बलवान ने 2016 से 2018 तक 38 लाख 42600 रुपये का जीएसटी विभाग में जमा नहीं कराया है। उसी दिन वह पति सतपाल सिंह के साथ विभाग के कार्यालय में गई तो पूजा गोयत ने उन्हें दो नोटिस थमाकर जीएसटी भरने को कहा। इसके बाद उन्होंने आरटीआइ से पता चला कि उनकी फर्म बंद नहीं हुई। एडवोकेट सैनी ने उनकी जानकारी के बिना उनकी फर्म से 20 फर्मों के साथ 7 करोड़ रुपये का कारोबार दिखाकर वैट व जीएसटी रिर्टन फाइल कर दी। तब पवन कुमार सैनी, उसके बेटे विकास सैनी और कृष्ण कुमार ने कहा कि गलती हो गई है। इसमें आबकारी विभाग के दो कर्मचारियों की मिलीभगत भी बताई थी।

घर की कुर्की के हुए आदेश, सदमे में हो गई मौत

टीना ने शिकायत में बताया कि उन्होंने 2 अक्टूबर को थाना शहर व 28 अक्टूबर 2020 को ईटीओ पूजा गोयत को शिकायत दी थी। इसमें कहा गया था कि किसने उनकी कंपनी के नाम से जीएसटी के फर्जी बिल काटे हैं। उनकी सुनवाई नहीं की गई। 17 जनवरी 2021 को सीएम विंडो, प्रधानमंत्री व ईटीओ प्रवीण कुमार को दी थी। आरोप है कि ईटीओ ने सुनवाई नहीं की। अपील आबकारी कराधान आयुक्त रोहतक को की गई। विभाग ने अपील की सुनवाई के लिए 40 लाख रुपये के सिक्योरिटी बांड भरने को कहा। बांड भर दिए गए। जांच को सही बताने के लिए इंस्पेक्टर रविंद्र व ईटीओ शोभिनी बाला ने निजी स्वार्थ शुल्क के तौर पर 30 हजार रुपये मांगे। रुपये न देने पर 13 मार्च को बांड रद कर दिया गया। उन्हें व जेठ को इंस्पेक्टर कुलदीप रोहिल और क्लर्क अजय कुमार ने भी प्रताड़ित किया। 27 अप्रैल को न्याय न मिलने व सदमे में बलवान की मौत हो गई।

इनके खिलाफ हुआ मामला दर्ज

थाना शहर पुलिस ने मौजूदा ईटीओ प्रवीन कुमार व शोभिनी बाला, तत्कालीन ईटीओ पूजा गोयत, मौजूदा इंस्पेक्टर कुलदीप रोहिला व रविंद्र कुमार, मौजूदा क्लर्क अजय कुमार, प्यादा मगनेश कुमार, एडवोकेट पवन कुमार सैनी, पवन के बेटे विकास सैनी, कर्मचारी कंप्यूटर आपरेटर कृष्ण कुमार, हरिनगर के सतनारायण सैनी, मुखीजा कालोनी स्थित अरविंद कारपेट, जयभारत ट्रेडिंग कंपनी पानीपत, हनुमान इंटरप्राइिज पानीपत, एप्पलस इंटरप्राइजिज पानीपत भैसवाल चौक के खिलाफ धोखाधड़ी, साजिश रचने सहित कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। डीएसपी सिटी वीरेंद्र सैनी ने बताया कि जीएसटी फर्जीवाड़ा सामने आया है। इसकी जांच कर रहे हैं कि किन अधिकारियों व कर्मचारियों की भूमिका रही है।

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