कुरुक्षेत्र और जींद में बड़ा हादसा, बारिश की वजह से छत गिरी, मचा हड़कंप
28 जुलाई बुधवार को सुबह ही तेज बारिश शुरू हो गई। बारिश की वजह से कुरुक्षेत्र और जींद में बड़ा हादसा हो गया। दो घरों की छत गिर गई। छत गिरने की वजह से हड़कंप मच गया और घायलों को बाहर निकाला गया।
कुरुक्षेत्र/जींद, जागरण संवाददाता। कुरुक्षेत्र के लोहार माजरा में एक परिवार के लिए बारिश आफत बनकर आई। सुबह नाश्ते के समय जब परिवार एक साथ बैठा था उसी समय राजकुमार की छत गिर गई। परिवार के सदस्य छत के नीचे दब गए। धमाके की आवाज सुनकर आसपास के लोगों ने परिवार को बाहर निकाला और इसकी सूचना को दी। साथ ही एंबुलेंस पर भी फोन किया। इस हादसे में राजकुमार की पत्नी और बेटी को सिर व पैर पर चोटें आई हैं।
राजो देवी ने बताया कि रोजाना की तरह वह सुबह का नाश्ता बना रही थी। उसके दोनों बच्चे पिंकी और राहुल उसके पास ही बैठे थे। एकाएक ऊपर से छत गिर पड़ी। इसके बाद वह बेहोश हो गई। उसे जब होश आया तब वह बाहर थी। एंबुलेंस से उसे व उसके बच्चों को अस्पताल में पहुंचाया गया। राजो देवी ने कहा कि परिवार की आर्थिक स्थिति खराब है। राजकुमार दिहाड़ी मजदूरी करके घर का खर्च चलाता है। अब सिर पर छत भी नहीं ऐसे में अब वे कहां जाएंगे। वहीं दूसरी ओर मामले की सूचना ज्योतिसर पुलिस चौकी के पास पहुंची। एलएनजेपी अस्पताल में चिकित्सक ने बताया कि 40 वर्ष राजो देवी के सिर में चोट आई है, जबकि उसकी बेटी को भी सिर व पैर में चोट आई है। वहीं 17 वर्षीय किशोर राहुल को मामूली चोट आई है। सब खतरे से बाहर हैं।
जींद में गिरी मकान की छत, शहर में जलभराव
जींद जिले में सुबह छह बजे से झमाझम बारिश हो रही है। बारिश की वजह से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पानी भर गया है। जिससे लोगों की आफत बढ़ गई है। वहीं जींद की रामबीर कालोनी में रिक्शा चलाने वाले जयपाल का मकान की छत गिर गई। गनीमत ये रही कि उस समय परिवार सभी सदस्य दूसरे कमरे में थ। जिससे किसी को चोट नहीं आई। हालांकि मकान की छत्त गिरने से सारा सामान नीचे दब गया, जिससे काफी नुकसान हुआ है।
रिक्शा चलाकर परिवार का गुजारा करता
जयपाल ने बताया कि वह रिक्शा चलाकर अपना परिवार चला रहे हैं। परिवार के आर्थिक हालात कमजोर हैं। उन्होंने प्रशासन से आर्थिक मदद की गुहार लगाई है। वहीं कालोनी के काफी घरों में पानी भी घुसा हुआ है।
जानिए कहां कितनी बारिश
सुबह आठ बजे तक जिले में सबसे ज्यादा बारिश जुलाना में 77 एमएम हुई। वहीं सफीदों में 40, पिल्लूखेड़ा में 38, नरवाना व उचाना में 30, जींद में 16 एमएम बारिश हुई। मौसम विभाग ने एक अगस्त तक अच्छी बारिश होने की संभावना जताई है।
जलभराव और फसल खराब होने का डर
ज्यादा बारिश होने से किसानों को फसलें खराब होने का भी डर सता रहा है। पिछले सप्ताह हुई बारिश से जिले में हजारों एकड़ कपास की फसल में नुकसान हुआ है। ज्यादा बारिश होने से जुलाना और पिल्लूखेड़ा में धान की फसल के भी डूबने से खराब होने का डर सता रहा है। जुलाना के पोली गांव में माइनर ओवरफ्लो हो गई और खेतों में भी कई फीट तक पानी भर गया। जुलाना और पिल्लूखेड़ा में पिछले कई सालों से जलभराव की समस्या है और हर साल हजारों एकड़ फसल बर्बाद होती है। बारिश से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में ज्यादा अंतर नहीं रह गया है। अधिकतम तापमान 28 और न्यूनतम 26 डिग्री पर पहुंच गया है।