कुरुक्षेत्र में भाकियू ने किया थाने का घेराव, ग्रामीणों पर दर्ज केस रद करने की मांग

भारतीय किसान यूनियन ने कुरुक्षेत्र के गांव बारना के ग्रामीणों के खिलाफ दर्ज मामले को लेकर किया थाने का घेराव। 25 अक्टूबर को बिजली निगम ने की थी गांव में छापेमारी। ग्रामीणों ने बिजली निगम के एसडीओ व लाइन मैन को बनाया था बंधक।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 05:21 PM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 05:21 PM (IST)
कुरुक्षेत्र में भाकियू ने किया थाने का घेराव, ग्रामीणों पर दर्ज केस रद करने की मांग
प्रदर्शन के लिए पहुंचे किसान संगठन के लोग।

कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। केयूके थाना पुलिस के अंतर्गत गांव बारना में 25 अक्टूबर को बिजली निगम व ग्रामीणों के बीच हुए झगड़े के मामले में भाकियू व ग्रामीणों ने थाने का घेराव किया। भाकियू का आरोप था कि प्रदेश सरकार की शह में गांव में बिजली चोरी पकड़ने गई टीम ने ग्रामीणों पर झूठे मुकदमे दर्ज कराए हैं। भाकियू व ग्रामीणों ने करीब तीन घंटे तक थाने से कुछ दूरी पर सड़क के बीचोबीच बैठकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में संयुक्त किसान मोर्चा के नेता भी पहुंचे। भाकियू ने चेतावनी दी है कि अगर ग्रामीणों के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाती है तो भाकियू बड़ा आंदोलन चलाएंगी।

बता दें कि 25 अक्टूबर को बारना में बिजली चोरी पकड़ने गई बिजली निगम की टीम को ग्रामीणों ने पकड़ लिया था। ग्रामीणें ने बिजली निगम सब डिविजन नंबर एक के उपमंडल अधिकारी जय गोपाल को पकड़ कर बिजली के पोल से बांध दिया था। ग्रामीणों के हमले में उपमंडल अधिकारी जयगोपाल व लाइनमैन चमेला राम को गंभीर चोटें आई हैं। उपमंडल अधिकारी जयगोपाल की शिकायत पर ग्रामीणों के खिलाफ थाना केयूके आदर्श में विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किय था। वहीं इस मामले को लेकर बारना के लोगों ने बिजली निगम पर आरोप लगाया था कि उन्होंने महिलाओं के साथ दुव्र्यवहार किया था और ग्रामीणों ने बिजली कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए ज्योतिसर पुलिस चौकी में शिकायत भी दी थी।

सरकार की शह पर हुआ है केस दर्ज

भाकियू (अ) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बलविंद्र बाजवा ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार की शह पर बिजली निगम ने कार्रवाई की। कार्रवाई भी उस समय की गई जब घरों में महिलाएं अकेली थी और वे सुबह का काम निपटा रही थी। भाकियू अपनी मांगों के लेकर आंदोलन चला रही है। जिसके चलते भाकियू नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किए गए हैं। इसे सहन नहीं किया जाएगा। अगर ग्रामीणों पर दर्ज केस वापस नहीं हुए तो वे आंदोलन को तेज करेंगे। इस बारे में संयुक्त किसान मोर्चा को अवगत कराया हुआ है।

भाकियू (अ) के जिलाध्यक्ष संजू नंबरदार किरमच ने कहा कि बिजली कर्मचारियों के दबाव पुलिस ने किसानों पर झूठे मुकदम दर्ज किए हैं। अब बिजली कर्मचारी पुलिस पर दबाव बना उने गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं, जबकि संयुक्त किसान मोर्चा का ऐलन था की बिजली कर्मचारियों को गांव में घुसने नहीं देना है। भारतीय किसान यूनीयन ( टिकेत ) के ज़िला अध्यक्ष अक्षय हथीरा ने कहा कि अगर प्रशासन ने किसानों के खिलाफ अगर मुकदमे वापिस नहीं होते तो धर्मनगरी में बिजली कर्मचारियों के खिलाफ बड़ा आंदोलन होगा। इस मौके पर जय भगवान काला, संजीव आलमपुर, इश्वर कपूर, बारना के पूर्व सरपंच टेक चंद, पिंडारसी के पूर्व सरपंच रणधीर सिंह सहित महिलाएं मौजूद रही।

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