हिंदू नववर्ष का होगा भव्य स्वागत, हरियाणा के एकमात्र शक्तिपीठ से दुबई के बुर्ज खलीफा की तरह होगी आतिशबाजी

हिंदू नववर्ष का आगाज 13 अप्रैल से हो रहा है। श्री देवीकूप भद्रकाली शक्तिपीठ में इसके स्वागत की विशेष तैयारी है। 108 फीट ऊंचे गुंबद से रात 8 बजे 5 मिनट तक भव्य आतिशबाजी होगी। फेसबुक पर इसे लाइव किया जाएगा।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 02:33 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 02:33 PM (IST)
हिंदू नववर्ष का होगा भव्य स्वागत, हरियाणा के एकमात्र शक्तिपीठ से दुबई के बुर्ज खलीफा की तरह होगी आतिशबाजी
कुरुक्षेत्र स्थित श्री देवीकूप भद्रकाली शक्तिपीठ और दुबई का बुर्ज खलीफा।

कुरुक्षेत्र, जेएनएन। दुबई के बुर्ज खलीफा जैसी भव्य आतिशबाजी इस बार 13 अप्रैल को हिंदू नववर्ष विक्रमी संवत पर हरियाणा के एकमात्र प्राचीन शक्तिपीठ श्रीदेवीकूप मां भद्रकाली मंदिर के 108 फुट ऊंचे गुंबद पर नजर आएगी। प्रथम नवरात्र को रात्रि आठ बजते ही भव्य आतिशबाजी शुरू होगी। यह पांच मिनट तक चलेगी।

यह आतिशबाजी न केवल मंदिर परिसर बल्कि दूर-दूर तक दिखाई देगी। यह आतिशबाजी ऑटोमेटिक रिमोट कंट्रोल से चलेगी जो चारों दिशाओं में अपनी रंग बिरंगी रोशनी बिखेरेगी। पटाखे एक्सपर्ट की पांच सदस्यीय टीम रविवार को मंदिर परिसर में पहुंच जाएगी और तीन दिन इसकी तैयारियां करेगी। शोभायात्रा ज्योति प्रतिस्थापना के पश्चात महाआरती होगी, जिसके बाद मंदिर के गुंबद पर इस भव्य नजारे को देखा जा सकेगा।

फेसबुक पेज से भी दिखाया जाएगा लाइव

मंदिर पीठाध्यक्ष सतपाल शर्मा ने बताया कि दुबई में नववर्ष पर हर साल बुर्ज खलीफा पर आतिशबाजी देखने के लिए हजारों की संख्या में भारतीय जाते हैं। उसी प्रकार नए साल पर इस तरह का आयोजन अब श्रीदेवीकूप मां भद्रकाली मंदिर में हर साल किया जाएगा। यह विक्रमी संवत के मुताबिक हिंदू नूतन वर्ष का पहला दिन हिंदुओं को गौरवान्वित कराने वाला दिन होता है, जिसे भव्य रूप से मनाया जाएगा। मंदिर के 108 फुट ऊंचे मंदिर के गुंबद से कोरोना नियमों का पालन करते हुए रिमोट कंट्रोल से आतिशबाजी की जाएगी। इसे फेसबुक पर लाइव भी किया जाएगा।

कोविड-19 नियमों का पालन किया जाएगा

आतिशबाजी को मंदिर पार्किंग, मुख्य सड़क, सरोवर साइड या फेसबुक पेज पर देखा जा सकेगा। मां के गुंबद से आतिशबाजी में नहाए शिखर को शहर में दूर-दूर से देखा जा सकेगा। मंदिर परिसर में भक्तों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाएगा। ऊपरी परिक्रमा पर इस दौरान भक्तों का प्रवेश बंद रहेगा। श्रद्धालुओं को कोरोना नियमों के साथ ही प्रवेश दिया जाएगा।

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