अब तो रिश्तेदारों के फोन भी डराने लगे, साइबर ठगी इसकी बड़ी वजह
पानीपत में साइबर ठगी के लिए ठग नए-नए तरीके अपना रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में ठगों ने रिश्तेदार बनकर लोगों के बैंक खातों से लाखों रुपये ई-वालेट के जरिए ट्रांसफर कर लिए। वहीं पुलिस का कहना है कि कोई रिश्तेदार बनकर रुपये का झांसा दे तो जरा सतर्क रहें।
पानीपत, जेएनएन। साइबर ठग लोगों को ठगने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। वे किसी को दोस्त तो किसी को रिश्तेदार का परिचित बताकर खाते में रुपये डलवाने का झांसा देते हैं। ओटीपी नंबर पूछकर खाते से रुपये निकाल लेते हैं। इसी तरह से क्रेडिट कार्ड अपटेड करने की बात कहकर महिला ठग खाते से संबंधित जानकारी लेती हैं और फिर ठगी कर लेती हैं। इसके अलावा क्रेडिट कार्ड का क्लोन बनाकर भी ठग लोगों से ठगी कर रहे हैं। जिले में दो महीने में करीब 25 लोग ठगी का शिकार हो चुके हैं।
ठगी करने वाले गिरोह में शामिल बदमाश फर्जी पते पर मोबाइल का सिम लेते हैं और वारदात के बाद सिम बंद कर लेते हैं। इसी वजह से साइबर सेल और पुलिस ठगों को पकड़ नहीं पाती है।
केस: एक-ससुर का दोस्त बताकर 1.15 लाख ठगे
हड़ताड़ी गांव के सोमपाल अपने दोस्त के जाटल रोड स्थित जिम में थे। तभी ठग ने उन्हें काल कर बताया कि ससुर के पकिचत हैं। उसके ससुर को कुछ रुपए ट्रांसफर करने थे, लेकिन उनके ससुर का डिजिटल वालेट नहीं चल रहा। सोमपाल से ओटीपी पूछा और खाते से 1.15 लाख रुपये निकाल लिए। वारदात क बाद से ठग का मोबाइल बंद है।
केस : दो-वकील के खाते से 2.70 हजार रुपये निकाले
उग्राखेड़ी गांव के एडवोकेट रणदीप के मोबाइल पर सेविंग अकाउंट से 10 हजार रुपये कटने का मैसेज आया। उन्होंने आनलाइन अपना खाता बंद कराना चाहा, लेकिन खाता बंद नहीं हुआ। इसी ठग ने सेविंग खाते से सात बार में 70 हजार रुपये निकाल लिये। वह बैंक पहुंचे तो करंट अकाउंट से भी दो लाख रुपये कटने की जानकारी मिली। ठग ने डेबिट कार्ड का क्लोन बनाकर ठगी की है।
केस: तीन- व्यापारी के डेबिट कार्ड का क्लोन बनाकर खाते से 36 हजार निकाले
माडल टाउन के व्यापारी सुशील के इंडियन बैंक के खाते से तीन बार में में 10-10 हजार रुपए और चौथी बार में 6500 रुपए कटने का मैसेज आया। पीड़ित के पास डेबिट कार्ड था। कार्ड बदला भी नहीं गया और न ही ओटीपी पूछा गया था। इसके बावजूद खाते से रुपये निकाल लिए गए। ठग ने डेबिट कार्ड की डिटेल कापी करके क्लोन बनाया और खाते से रुपये निकाल लिए।
खाता संबंधित जानकारी न दें
डीएसपी मुख्यालय सतीश कुमार वत्स ने बताया कि ठग डेबिट कार्ड अपडेट करने, क्रेडिट कार्ड बनवाने और रिश्तेदार बताकर बैंक खाते से संबंधित जानकारी लेते हैं। कई लोग तो उनके झांसे में आकर ओटीपी नंबर भी बता देते हैं। इसी वजह से वे ठगे जाते हैं। बैंक कर्मी कभी भी खाते संबंधित जानकारी नहीं मांगते हैं। इसलिए किसी अनजान व्यक्ति को बैंक खाते की जानकारी न दें।