Panipat में बदमाश का कुछ ऐसा हुआ हाल, पिस्टल में गोली लोड होने से पहले दुकानदार ने जड़ा थप्पड़, जान बचा भागा
पानीपत में बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम देने की कोशिश की। तभी पीड़ित दुकानदार ने हिम्मत दिखाकर लाखों की लूट होने से बचा लिया। बदमाश जब पिस्टल लोड करने लगा तो दुकानदार ने थप्पड़ जड़ दिया। बदमाश जान बचाकर भागा।
पानीपत, जागरण संवाददाता। पानीपत में बाइक सवार तीन बदमाशों ने अशोक विहार कालोनी में दुकानदार से पिस्तौल के बल चार लाख रुपये से भरा बैग लूटने का प्रयास किया। पिस्तौल लोड करने से पहले दुकानदार ने बदमाश को थप्पड़ मार दिया। जिसके बाद हमलावर ने दुकानदार के गर्दन पर पिस्तौल का बट मारा और वहां पर्स लूटकर फरार हो गए। जानकारी के अनुसार पर्स में 15 से 20 हजार रुपये व आधार कार्ड था। लेकिन हिम्मत दिखाकर पीड़ित ने चार लाख रुपये लूटने से बचा लिए। पुलिस बदमाशों का पता लगाने के लिए सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है। बदमाशों ने रेकी कर वारदात को अंजाम दिया है।
पुलिस को दी शिकायत के अनुसार
घटना बुधवार रात 9:30 बजे की है। हनुमान कालोनी के अजय सैनी ने पुलिस को शिकायत दी कि उसने पहलवान चौक पर मनी ट्रांसफर और मोबाइल की दुकान की हुई है। गत रात्रि वह दुकान बंद करके पैदल ही घर वापस जा रहा था। दुकान के पास ही अशोक विहार कालोनी में पीछे से सप्लेंडर बाइक से आए तीन बदमाशों ने उसे रोका। एक बदमाश ने पिस्तौल दिखाकर धमकी दी कि चुपचाप बैग दे दे, नहीं तो गोली मार देगा। उसने मना किया तो बदमाश ने छीनने का प्रयास किया और बैग फट गया।
सीसीटीवी में रिकार्ड हुई बदमाशों की तस्वीरें
इसी दौरान एक बदमाश पिस्तौल में गोली डालने लगा। इसका फायदा उठाते हुए उसने बदमाश को थप्पड़ मार दिया। बदमाश हड़बड़ा गए और एक बदमाश ने उसकी गर्दन पर पिस्तौल के बट से हमला कर दिया। वह बदमाशों के चंगुल से छूटकर भागने लगा। इस बीच एक बदमाश ने उसकी जेब से पर्स लूट लिया। पर्स में 20 हजार रुपए व अन्य जरूरी सामान था। लूट के बाद बदमाश बाइक से बेरी वाली मस्जिद कुटानी रोड की तरफ भाग गए। इस बारे में किला थाना प्रभारी इंस्पेक्टर महीपाल ने बताया कि वारदात स्थल के आसपास सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे मिले हैं। कुटानी रोड की फुटेज देखी जा रही है।
दो युवक बने रहे तमाशबीन, विरोध न करता तो चार लाख भी लुट जाते
अजय सैनी ने बताया कि उसका मनी ट्रांसफर का काम है। कई बार ग्राहकों को नकद रुपये देने पड़ते हैं। इसलिए रुपयों की जरूरत पड़ती है। वह अक्सर रुपयों को दुकान पर न रखकर घर ले आता है। अगर वह विरोध न करता करता तो बदमाश चार लाख रुपये भी लूटकर ले जाते। वारदात के दौरान उसने एक बदमाश को काबू कर लिया था। शोर मचाया। गली में खड़े दो युवकों ने मदद नहीं की। अगर युवक मदद कर देते तो बदमाश पकड़ा जाता। बदमाश पिस्तौल में गोली लोड करने लगा तो वह डर गया और जान बचाने के लिए भागना पड़ा।