उत्तर प्रदेश से हरियाणा में हो रही प्रतिबंधित दवाओं की तस्करी, नशे में होती हैं इस्तेमाल
प्रतिबंधित दवाइयों की तस्करी के तार उत्तर प्रदेश से जुड़ रहे हैं। पुलिस ने एक मेडिकल स्टोर कर्मी गिरफ्तार किया है। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के सरसावा से ये दवाएं लाई जाती हैं। पुलिस पहले भी कई आरोपितों को प्रतिबंधित दवाओं को पकड़ चुकी है।
यमुनानगर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश से प्रतिबंधित दवाइयों की जिले में तस्करी हो रही है। शनिवार को प्रतिबंधित दवाइयों के साथ पकड़े गए बसातियावाला निवासी अवतार से पूछताछ के बाद यह पर्दाफाश हुआ है। वह उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के सरसावा से यह दवाइयां लेकर आता था। इन्हें नशे के लिए प्रयोग किया जाता है। एंटी नारकोटिक्स सेल की टीम ने सरसावा के बंजारन मोहल्ला निवासी शहंशाह को भी गिरफ्तार कर लिया। उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।
सेल के इंचार्ज महावीर सिंह ने बताया कि बिलासपुर के बसातियावाला से अवतार को 1050 कैप्सूल के साथ पकड़ा गया था। जब इनकी जांच कराई, तो पता लगा कि ये दवाइयां प्रतिबंधित हैं। काफी समय से वह नशीली दवाइयों की तस्करी कर रहा था। यह दवाइयां शहंशाह नाम के आरोपित से लेकर आता था। आरोपित शहंशाह सरसावा में ही एक मेडिकल स्टोर पर कार्य करता है। वही अवतार को दवाइयां उपलब्ध कराता था। अभी आगे पूछताछ की जा रही है कि शहंशाह कहां से यह दवाइयां लेकर आता था।
पहले भी पकड़ी जा चुकी दवाइयों की खेप
एंटी नारकोटिक्स सेल की टीम ने पहले भी कई आरोपितों को प्रतिबंधित दवाइयों के साथ पकड़ा था। इसके तार भी उत्तर प्रदेश से ही जुड़े थे। अधिकतर पड़ोस के ही सरसावा से यह दवाइयां लेकर आते हैं। यमुनानगर के बॉर्डर से पार ही सरसावा कस्बा पड़ता है। वहां से मेडिकल स्टोर संचालक भी पकड़े जा चुके हैं। इसके साथ ही स्मैक की तस्करी भी सबसे अधिक उत्तर प्रदेश से ही हो रही है। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के चिलकाना, दुमझेेडा से स्मैक यहां पर सप्लाई होती है। तस्करी करने वाले खुद भी इन जगहों पर पहुंच जाते हैं, क्योंकि यह जगह यमुनानगर से काफी नजदीक है।
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