बैंक आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की करे सहायता
निजी बैंकों द्वारा सरकारी योजनाओं में कमजोर वर्गो को ऋण ने देने पर डीसी ने फटकार लगाई।
जागरण संवाददाता, पानीपत : डीसी धर्मेद्र सिंह बैंकों को आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की लीक से हटकर सहायता देने के निर्देश दिए। निजी बैंकों द्वारा सरकारी योजनाओं में कमजोर वर्गो को ऋण ने देने पर डीसी ने फटकार लगाई। इसके लिए एलडीएम को निजी बैंकों के मुख्यालय को लिखने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि जिन-जिन बैंकों में आधार एनरोलमेंट मशीनें काम नहीं कर रही हैं उन्हें चलाना सुनिश्चित किया जाए।
डीसी बुधवार को लघु सचिवालय में जिला बैंकर्स परामर्शदात्रि कमेटी ( डीएलआरसी) की बैठक ले रहे थे। इसमें बैंकों की प्रतिनिधियों के साथ-साथ विभिन्न एजेंसियों के प्रतिनिधि शामिल रहे। भारतीय रिजर्व बैंक की लीड बैंक अधिकारी सविता वर्मा ने केंद्रीय बैंक की गाइडलाइन पर विस्तार से जानकारी दी।
जिला अग्रणी प्रबंधक (एलडीएम) कमल गिरिधर ने बैठक का एजेंडा प्रस्तुत करते हुए कहा कि जिला में दिसंबर 2020 तक कृषि और उससे संबंधित सेवाओं में 95 प्रतिशत, एमएसएमई में 110 प्रतिशत और दूसरे क्षेत्रों में 71 प्रतिशत लक्ष्य पूरा किया जा चुका है। ऋण लक्ष्य से 225 करोड़ दूर
2020-21 वित्त वर्ष में 8682 करोड़ रुपये ऋण देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। जिसमें से 8457 करोड़ बैंकों द्वारा वितरित किया गया है। कृषि क्षेत्र के लिए 5 हजार 28 करोड़ का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। बैंकों ने इस क्षेत्र में 4 हजार 797 का ऋण दिया। सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों के लिए 2703 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया था जिसकी एवज में बैंकों ने 2 हजार 985 करोड़ की राशि लोन के रूप में वितरित की है।
सरकारी योजनाओं के तहत आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए 951 करोड़ रुपये का लक्ष्य निर्धारित किया गया था जिसमें 75 करोड़ रुपये का वितरण किया जा चुका है। डीएसपी सतीश वत्स बैंकों की सुरक्षा संबंधी जानकारी दी।