यमुनानगर में पुलिसकर्मी पर धारदार हथियार से हमला, गांव में बड़े तनाव का था अंदेशा
यमुनानगर के बिलासपुर के गांव मारवां कलां में दो पक्षों में तनाव की स्थिति थी। लोग हथियारों से लैस होकर आते दिखे। ऐसे में गांव में मौजूद पुलिसकर्मी उन्हें समझाने पहुंचा तो उसी पर धारदार हथियार से हमला कर दिया।
यमुनानगर, जेएनएन। बिलासुपर के गांव मारवां कलां में कोरोना के चलते होम क्वारंटाइन के बाद मेडिकल कराने जा रहे पुलिसकर्मी नेपाल सिंह पर कुछ युवकों ने धारदार हथियार से हमला कर घायल कर दिया। विवाद आपस में झगड़ रहे युवकों को समझाने को लेकर हुआ था। आरोप है कि गांव के ही बिल्ला व जोनी ने अपने साथियों के साथ उन्हें पीटा। इसके बाद आरोपितों ने दो घरों में घुसकर भी तोड़फोड़ व मारपीट की। कई लोगों को भी घायल कर दिया। जांच अधिकारी एएसआइ निर्मल सिंह ने बताया कि मामले में नेपाल सिंह की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है।
नेपाल सिंह ने बिलासपुर थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह हरियाणा पुलिस में बतौर सिपाही के पद पर गुरुग्राम में तैनात है। कोरोना की वजह से वह होम क्वारंटाइन में था। सात जून को सम्राट पृथ्वीराज चौहान की जयंती पर गांव के ही जोनी, प्रवीन, विक्की आदि की गांव के ही ललित के साथ मारपीट हुई थी। जिसको लेकर दोनों पक्षों में तनाव चल रहा था। होम क्वारंटाइन का समय पूरा होने के बाद वह मेडिकल कराने के लिए घर से निकला था।
इसी दौरान 50-60 युवक हाथों में गंडासी, तलवार, डंडे लेकर आते दिखे। उन्हें रोककर समझाया कि बेवजह झगड़ा करना ठीक नहीं है। इस बात को लेकर आरोपितों ने उनके साथ गाली गलौज की। विरोध करने पर आरोपितों ने उन पर हमला बोल दिया। बिल्ला व जोनी ने गर्दन पर पीछे से गंडासी से वार कर घायल कर दिया। इसके बाद आरोपितों ने दो घरों पर भी हमला बोला। वहां राजेंद्र, पारस, अंकुश, गगन व ओमपाल को पीटकर घायल कर दिया। घर में रखे सामान को भी तोड़ दिया। बाद में आरोपित जान से मारने की धमकी देकर भाग निकले। ग्रामीणों ने घायलों को अस्पताल में भिजवाया। पुलिस ने मामले में आरोपित बिल्ला, जोनी समेत अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया।