वर्तमान में संबंध बनते जा रहे बंधन : भारत भूषण

राजयोगी भारतभूषण ने कहा कि वर्तमान समय में संबंधों में कड़वाहट बढ़ती जा रही है। हर संबंध एक बंधन बन रहा है। इसके कारण घर-घर में कलह होता रहता है। भारत भूषण वार्ड 11 स्थित उपसेवा केंद्र पर आयोजित आध्यात्मिक कार्यक्रम में संबंधों में मधुरता विषय पर बोल रहे थे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 08:34 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 08:34 PM (IST)
वर्तमान में संबंध बनते जा रहे बंधन : भारत भूषण
वर्तमान में संबंध बनते जा रहे बंधन : भारत भूषण

जागरण संवाददाता, पानीपत : राजयोगी भारतभूषण ने कहा कि वर्तमान समय में संबंधों में कड़वाहट बढ़ती जा रही है। हर संबंध एक बंधन बन रहा है। इसके कारण घर-घर में कलह होता रहता है। भारत भूषण वार्ड 11 स्थित उपसेवा केंद्र पर आयोजित आध्यात्मिक कार्यक्रम में संबंधों में मधुरता विषय पर बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि जितना हमें दूसरों को सम्मान देंगे उतना हमें बदले में जरूर मिलेगा। हमें सिर्फ देने की भावना रखनी चाहिए। इच्छा कभी अच्छा बनने नहीं देती। कार्यक्रम में भाजपा नेता गजेंद्र सलूजा ने कहा कि जितना हमारा स्वभाव मिलनसार होगा उतने हमारे संबंध मधुर बनेंगे। कार्यक्रम में सेवाकेंद्र प्रभारी बीके स्मृति बहन ने कहा आपसी टकराव का मुख्य कारण है जीवन में आध्यात्मिकता की कमी होना। हमें ईश्वर से जुड़े रहना चाहिए। हर कर्म करने से पहले उनको याद करेंगे तो आपको सफलता अवश्य मिलेगी।

ओमशांति भवन सेक्टर 12 में मुरली ध्यान करवाते हुए बीके सुनीता ने कहा कि हम हर हाल में प्रसन्न रहना होगा। प्रसन्नचित व्यक्ति को हर जगह सम्मान मिलता है। स्वयं भी खुश रखें औरों को भी खुश रखें। ऐसे व्यक्तियों से ही परमात्मा खुश रहते हैं। दूसरों से इष्र्या खुशी में सबसे बड़ा बाधक है। यदि हम अपेक्षा उपेक्षा का मंत्र सीख जाते हैं तो कभी अप्रसन्न नहीं होंगे। किसी से भी अपेक्षा मत रखो। और न ही किसी की उपेक्षा करो। मंच संचालन बीके विनोद ने किया।

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