पानीपत के एशियन चैंपियन सागर जागलान, रोज खाते सौ ग्राम बादाम, पीते दो लीटर दूध
बात हो रही है एशियन चैंपियन पानीपत के राजनगर के सागर जागलान की। लाकडाउन के वक्त वीडियो देखकर तकनीक सुधारी और बाल केसरी का खिताब जीत लिया। अब उनका लक्ष्य विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने का है।
पानीपत, जेएनएन। एशियन चैंपियन राजनगर के सागर जागलान पहलवान ने बाल केसरी 2021 का खिताब जीता। सोनीपत के खरखौदा में बाबा भोलादास अखाड़े में हुई कुश्ती चैंपियनशिप में सागर ने सेमीफाइनल मुकाबले में अभिजीत को 11-8 और फाइनल मुकाबले में सचिन को 11-4 से हराया। इससे पहले दो पहलवानों को चित किया
सागर जागलान ने दैनिक जागरण से बातचीत में बताया कि उनके पिता मुकेश जागलान पहलवान रहे। पिता का सपना था कि राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की कुश्ती प्रतियोगिता में पदक जीते। घर की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण अभ्यास नहीं कर पाए और पदक जीतने का सपना टूट गया। पिता के प्रोत्साहन के कारण उन्हों ने तीन साल पहले भोलादास अखाड़ा में कोच अश्वनी दहिया से गुर सीखे और सफलता हासिल की। अब उनका लक्ष्य जूनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में पदक जीतना है।
कोरोना काल में बढ़ा सात किलो वजन, छह घंटे अभ्यास किया
सागर ने बताया कि वे तीन साल में पहली बार दो महीने कोरोना काल में घर रहा है। अखाड़े से दूर रहना ठीक नहीं लग रहा था। जमकर खाया। वजन 68 से बढ़कर 75 किलोग्राम हो गया। सुबह-शाम दो-दो घंटे दंड-बैठक लगाई। वीडियो देखकर अपनी कमजोरी का पता लगाया और तकनीक में सुधार किया। विरोधी पहलवानों की कमजोरी का भी पता लगाया।
100 ग्राम बादाम खाता है, दो लीटर पीता है दूध
सागर हर रोज 100 ग्राम बादाम खाते हैं। वे दी लीटर दू्र पीते हैं। चार दिन गाजर पाक का सेवन करते हैं। खाने में रोटी कम और सब्जी का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं।