अंबाला कैंट में सेना अलर्ट पर, ऐसे लोगों की होगी नो एंट्री, जानिये क्या है वजह

अंबाला में आर्मी अलर्ट पर है। सैन्य क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। नगर परिषद कैंटोनमेंट बोर्ड के कर्मचारियों और सेना के जवानों ने निगरानी बढ़ा दी है। लोगों को भी सावधान रहने को बोला गया है। सैन्य क्षेत्र में एंट्र के नियम सख्त कर दिए गए हैं।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 08:17 AM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 08:17 AM (IST)
अंबाला कैंट में सेना अलर्ट पर, ऐसे लोगों की होगी नो एंट्री, जानिये क्या है वजह
कोरोना के चलते अंबाला के सैन्य क्षेत्र में बिना मास्क एंट्री नहीं होगी।

अंबाला, जेएनएन। अगर आप सैन्य क्षेत्र में जा रहे है तो सावधान हो जाइए, क्योंकि अगर आपने मास्क नहीं पहना तो आपको अंदर जाने की अनुमति नहीं मिलेगी। सैन्य क्षेत्र में जाने के लिए मास्क लगाना बहुत जरूरी है। सेना और कैंटोनमेंट बोर्ड दोनों ने मिलकर क्षेत्र में सख्ती कर दी है।

अलग-अलग सड़कों पर बंकर में तैनात जवानों को भी कोरोना के चलते निर्देश दिए गए हैं कि मासक के बिना किसी की भी एंट्री नहीं होगी। साथ ही कैंटोनमेंट बोर्ड ने भी अपने सभी कर्मचारियों को भी अलर्ट कर दिया है। वार्डों में जाकर वह लोगों से अपील करेंगे कि मास्क और शारीरिक दूरी का ध्यान रखें। बाजारों में भी नगर परिषद ने कोरोना से बचाव के लिए टीम उतारी है। साथ ही डिस्पेंसरी में बुखार और जुकाम के मरीजों को डाक्टर उपचार नहीं कर रहे है। उनको उपचार के लिए सिविल हॉस्पिटल भेजा जा रहा है। ताकि दूसरे लोगों को बचाव किया जा सके। 

लोगों को पढ़ाया जाएगा कोरोना से बचाव का पाठ

कैंटोनमेंट बोर्ड द्वारा वार्ड और बाजारों में कर्मचारियों को जिम्मेदारी दी है। वह अलग-अलग स्थानों पर जाकर लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करेगे। साथ ही उनको बचाव के उपाए बताएगे। मास्क और शारीरिक दूरी के बारे में जानकारी दी जाएगी। घरों से कम निकले, अावश्यक कार्य होने पर ही बाहर जाए। इसके अलावा लोगों को मास्क का वितरण किया जाएगा। ताकि लोग कोरोनाकाल में खुद का बचाव कर सके। साथ ही दूसरे लोगों को जागरूक कर सके। 

डिस्पेंसरी में बुखार और जुकाम के मरीजों का प्रवेश बंद

कोरोना वायरस को लेकर कैंटोनमेंट बोर्ड द्वारा तोपखाना में बनी डिस्पेंसरी में भी निर्देश जारी कर दिए गए है। डिस्पेंसरी में आने वाले बुखार, खांसी, जुकाम के मरीजों से परहेज किया जा रहा है। उनको प्राथमिक उपचार के लिए अंबाला छावनी के सिविल हॉस्पिटल में भेजा जाने लगा है। ताकि सिविल में मरीजों की जांच के बाद इलाज हाे सके। 

कोरोना से बचने के लिए सख्ती जरूरी

कैंटोनमेंट बोर्ड के सीईओ अनुज गोयल का कहना है कि सेना के साथ मिलकर कोरोना से बचने के लिए सख्ती की जा रही है। बिना मास्क के लोगों काे सैन्य क्षेत्र में प्रवेश नहीं मिलेगा। मास्क लगाना जरूरी है। ताकि कोरोना से बचाव कर सके।

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