गैंगस्टर को लाख रुपये दे फरारी कटाने का आरोपित गिरफ्तार
जागरण संवादादता पानीपत शराब ठेकेदार खलीला प्रहलादपुर गांव के अजीत सिंह उर्फ जीता परंतु
जागरण संवादादता, पानीपत: शराब ठेकेदार खलीला प्रहलादपुर गांव के अजीत सिंह उर्फ जीता परंतु तीन बार जानलेवा हमला करने के आरोपित राकू गैंग के सरगना बुआना लाखू के राकेश मलिक उर्फ राकू को फरारी कटाने में मदद करने के आरोपित कच्चा कैंप गुरुनानकपुरा के अनिल कुमार उर्फ काले शाह को सीआइए-टू ने गिरफ्तार किया।
अनिल ने राकू को एक लाख रुपये दिए थे। आरोपित अनिल को अदालत में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। आरोपित राकू, उसके गुर्गे किवाना गांव के विकास उर्फ पहलवान, अटावला गांव के प्रदीप कुमार, एकता विहार कालोनी के नवीन खत्री उर्फ लंगड़ा और सिवाह के अंचल को सीआइए-टू ने 29 जनवरी तक रिमांड पर ले रखा है।
बता दें कि 19 दिसंबर 2020 की रात को अजीत सिंह अपने नूरवाला अड्डा स्थित शराब के ठेके पर थे। इसी दौरान राकू गैंग के बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिग कर दी। अजीत को दो, उसके ड्राइवर सागर और शराब खरीदने आए कामगार धर्मेंद्र को एक-एक गोली लगी। क्रास फायरिग में बदमाश मनीष उर्फ मुखिया मारा गया। इस मामले में सीआइए-टू आरोपित रिसालू के अमित उर्फ मीता, देहरा गांव के विशाल और हरिनगर के जसविद्र को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इस मामले में नरवाना का एक बदमाश फरार है। अजीत को मारी थी गोली
गैंगस्टर प्रसन्न उर्फ लंबू ने शराब ठेकेदार अजीत सिंह से प्रतिमाह दो लाख रुपये की मंथली मांगी थी। अजीत ने मंथली देने से मना कर दिया था। 14 दिसंबर 2019 को अजीत सिंह छोटे भाई सुरेंद्र पहलवान के साथ खेत से घर लौट रहा था। इसी दौरान बाइक सवार तीन बदमाशों ने अजीत को गोली मार दी।