नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती सभी 51 मरीज स्वजनों को किए सुपुर्द

गांव उग्राखेड़ी में अवैध रूप से संचालित नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती सभी 51 मरीजों (नशे की लत के शिकार) को चांदनी बाग थाना पुलिस ने स्वजनों के सुपुर्द कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 10:09 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 10:09 AM (IST)
नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती सभी 51 मरीज स्वजनों को किए सुपुर्द
नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती सभी 51 मरीज स्वजनों को किए सुपुर्द

जागरण संवाददाता, पानीपत : गांव उग्राखेड़ी में अवैध रूप से संचालित नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती सभी 51 मरीजों (नशे की लत के शिकार) को चांदनी बाग थाना पुलिस ने स्वजनों के सुपुर्द कर दिया है। सिविल सर्जन डा. जितेंद्र कादियान की शिकायत पर केंद्र के संचालक बिजेंद्र मलिक और जिला सोनीपत, गांव खखाना बादरी निवासी कर्मचारी परवेश के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है।

बता दें कि शनिवार को सीएम फ्लाइंग दस्ता ने इस नशा मुक्ति केंद्र में छापा मारा था। सभी 51 मरीज एक कमरे में बंद मिले थे। कुछ को जंजीर से बांधकर भी रखा जाता था। कई ने शारीरिक यातनाएं देने के आरोप केंद्र के स्टाफ पर लगाए थे। मौके से दर्द निवारक और एंटीबायोटिक मेडिसिन के दो बड़े बाक्स भरे मिले थे। छापामार टीम में

एडीसी का अतिरिक्त कार्यभार संभाले एसडीएम धीरज चहल, तहसीलदार डा. कुलदीप सिंह मलिक, मनोरोग विशेषज्ञ डा. मोना नागपाल, डा. ललित वर्मा, समाज कल्याण विभाग की इनवेस्टीगेटर अनिता और सिविल अस्पताल के साइकोलाजिस्ट रवि शामिल रहे थे।

चांदनी बाग थाना प्रभारी मंजीत सिंह के मुताबिक आरोपितों के विरुद्ध एनडीपीएस (नारकोटिक्स ड्रग्स साइकोट्रोपिक सब्सटेंस) एक्ट की धारा-32, मेंटल हेल्थ एक्ट की धारा 100, 101, 107 और आइपीसी की धारा 420 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। लाइसेंस की होगी जांच

पुलिस के अनुसार छापामारी के समय कर्मचारी परवेश ने लाइसेंस की मूल कापी नहीं दिखाई थी। एक प्रोविजन सर्टिफिकेट दिखाया था, यह 30 जून 2021 को जारी किया गया है। इसकी सत्यता जांचने के लिए समाज कल्याण विभाग को भेजा जाएगा।

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