Farmers Protest : अंबाला में सांसद के काफिले की गाड़ी से टकराने के मामले में किसानों का ये रुख, आंदोलनकारी तय करेंगे रणनीति

सांसद नायब सैनी के काफिले की कार से टकराकर एक आंदोलनकारी घायल हुआ था। आंदोलनकारियों पर दर्ज हुईं हैं तीन एफआइआर जिनको कैंसल करवाने की मांग कर चुके हैं। सांसद और चालक के खिलाफ डीडीआर की जांच शुरू दो दिन बाद रिपोर्ट पर आंदोलनकारी तय करेंगे रणनीति।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Tue, 12 Oct 2021 12:07 PM (IST) Updated:Tue, 12 Oct 2021 12:07 PM (IST)
Farmers Protest : अंबाला में सांसद के काफिले की गाड़ी से टकराने के मामले में किसानों का ये रुख, आंदोलनकारी तय करेंगे रणनीति
अंबाला में काफिले से टकराने के बाद धरने पर बैठे थे किसान।

नारायणगढ़ (अंबाला), संवाद सहयोगी। आंदोलनकारी भवनप्रीत सिंह की कुरुक्षेत्र के सांसद नायब सिंह सैनी और उनके चालक के शिकायत पर बेशक पुलिस ने डेयरी डायरी रिपोर्ट (डीडीआर) दर्ज कर ली है, लेकिन आंदोलनकारी अब जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। जांच के लिए तीन दिनों का समय दिया है, जो अब पूरा होने वाला है। इसी पर आंदोलनकारी अपनी रणनीति को तय करने में जुटे हैं। माना जा रहा है कि यदि आंदोलनकारियों पर दर्ज तीन एफआइआर रद नहीं होती, तो मामला और बिगड़ सकता है। हालांकि पुलिस इस में निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दे चुकी है, लेकिन डीडीआर से आगे मामला दर्ज करने की मांग पर आंदोलनकारी अड़े हैं।

उल्लेखनीय है कि विगत दिनों नारायणगढ़ की सैनी धर्मशाला में कार्यक्रम में कुरुक्षेत्र के सांसद नायब सिंह सैनी और परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा शामिल हुए थे। कार्यक्रम खत्म होने पर सांसद सैनी अपने काफिले के साथ लौट रहे थे, जबकि उनके काफिले की एक कार की टक्कर से आंदोलनकारी भवनप्रीत सिंह घायल हो गया था। इसी को लेकर भवनप्रीत सिंह ने सांसद व उनके चालक के खिलाफ नारायणगढ़ थाने में शिकायत देते हुए कार्रवाई की मांग की थी। लेकिन इसके बाद एक-एक कर अलग-अलग शिकायतों पर तीन एफआइआर दर्ज हो गई।

इस केस में अब जांच डीएसपी रामकुमार कर रहे हैं, जिसके लिए तीन दिनों का समय मांगा था। यह समय अवधि बुधवार को खत्म हो जाएगी। तीनों एफआइआर सहित डीडीआर पर डीएसपी अपनी रिपोर्ट देंगे। आंदोलनकारी इशारा कर चुके हैं कि जो तीन एफआइआर दर्ज की गई हैं, उसे रद किया जाए तभी बात बनेगी। इसके बाद आंदोलनकारी अपनी आगामी रणनीति तय करेंगे। भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी गुट के जिला प्रधान मलकीत सिंह का कहना है कि पुलिस ने जांच के लिए समय मांगा जिस पर वे मान गए। दर्ज की गई तीनों एफअाइआर झूठी हैं यह सभी जानते हैं। यदि यह रद नहीं होती, तब वे अपनी आगामी रणनीति तय करेंगे। अभी इंतजार है कि डीएसपी क्या रिपोर्ट देते हैं।

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