जाना था अमेरिका, 32 लाख लेकर मैक्सिको भेजा, वहां जेल हो गई

विदेश भेजने के नाम पर ठगी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। पानीपत के अहर गांव में एक ऐसा ही मामला सामने आया। मतलौडा थाना पुलिस ने एजेंट के खिलाफ केस दर्ज किया।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 04:46 PM (IST) Updated:Mon, 03 Aug 2020 04:46 PM (IST)
जाना था अमेरिका, 32 लाख लेकर मैक्सिको भेजा, वहां जेल हो गई
जाना था अमेरिका, 32 लाख लेकर मैक्सिको भेजा, वहां जेल हो गई

पानीपत, जेएनएन। पानीपत के अहर गांव के बारहवीं पास संजय को अमेरिका भेजने का झांसा देकर एजेंट इसराना के ओमप्रकाश ने 32 लाख रुपये ठग लिए। एक साल जेल काटने के बाद अमेरिकी कोर्ट ने उसे स्वदेश डिपोर्ट कर दिया। स्वदेश लौटने में भी संजय का लगभग आठ लाख रुपये का खर्च आया। अब मतलौडा थाना पुलिस ने ओमप्रकाश के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

संजय ने बताया कि मार्च 2019 में ओमप्रकाश ने 32 लाख रुपये में उसे अमेरिका भेजने का सौदा किया था। उसने आढ़ती से भी ब्याज पर रुपये लेकर ओमप्रकाश को दे दिए। एक अप्रैल 2019 को ओमप्रकाश ने उसे दिल्ली से एक्वाडोर की टिकट दी। एक्वाडोर में एक महिला एजेंट उसे कार में अपने साथ ले गई और उसका पासपोर्ट छीन लिया। उसके बाद उसे बॉर्डर पर किसी अन्य एजेंट के पास छोड़ दिया, जो उसे कार और बस से कोलंबिया बॉर्डर तक ले गया। वहां पुलिस के पकडऩे पर उसे छोडऩे की एवज में ढाई लाख नकद और चार लाख का चेक लिया। फिर किश्ती में बैठाकर उसे जंगल के रास्ते मैक्सिको तक ले जाया गया, जहां उसे पुलिस ने जेल में डाल दिया। जांच अधिकारी ने बताया कि जल्द ही आरोपित एजेंट को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

नौकरी दिलाने का झांसा देकर छह लाख ठगे

चंदौली गांव के छात्र को डेढ़ साल पहले अमेरिका में नौकरी दिलाने का झांसा देकर छह लाख रुपये ठग लिए। अमेरिका पुलिस ने पीडि़त को एक साल तक जेल में रखा। चंदौली गांव के धनवीर ने पुलिस को शिकायत दी कि वह बीए फाइनल में पढ़ता था। उसे नौकरी के लिए अमेरिका जाना था। वह हिसार रेलवे का पेपर देने आया था। वहां पर उसे एक युवक मिला। युवक ने कहा कि उसके भाई को मैक्स नामक युवक ने अमेरिका भेजा था। युवक ने उसे मैक्स का मोबाइल नंबर दिया। 

अमेरिका में नौकरी दिलाने को कहा

दिसंबर 2018 में उसकी मैक्स से बात हुई तो उसने 22 लाख रुपये में अमेरिका में नौकरी दिलाने की बात कही। छह लाख रुपये पहले देने और बाकी रकम वर्क परमिट मिलने के बाद देना तय हुआ। जनवरी 2019 में मैक्स ने वाट््सएप पर पासपोर्ट भेज दिया। 7 जनवरी को मैक्स ने फोन किया कि स्काई लार्क पानीपत के पास से एक व्यक्ति से वीजा ले लो और छह लाख रुपये दे देना। उसने व्यक्ति को छह लाख रुपये दिये। वीजा व इथोपिया, ब्राजील, पेरू और इक्वाडोर की टिकट दे दी। कहा कि एयरपोर्ट पर उनका व्यक्ति मिलेगा। 

दिल्‍ली एयरपोर्ट पर उसे प्‍लेन पर बैठाा दिया 

दिल्ली एयरपोर्ट पर मैक्स के एक व्यक्ति ने उसे प्लेन में बैठा दिया। इक्वाडोर में उसे एक व्यक्ति होटल में ले गया और दो दिन रखकर पासपोर्ट लेकर बस में बैठा दिया। उसे ब्लैकमेल कर प्रताडि़त किया गया। वहां से उसे कोलंबिया में ले जाकर दस दिन होटल में रखा। वहां से नाव में बैठाकर जंगलों के रास्ते पनामा ले जाया गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर 22 दिन रखा और बस मे कोस्टरिका भेज दिया। वहां उसे एक व्यक्ति ने तीन दिन तक होटल में ठहराया और बस से निकारागोआ पहुंचा दिया। पुलिस ने पकड़कर होंडरस छोड़ दिया, ट्रक से मैक्सिको भेज दिया गया। तीन महीने उसे रोककर पासपोर्ट देकर मोबाइल छीन लिया और जंगल के रास्ते से दीवार कुदवा दी। कहा कि आगे एक व्यक्ति उसे अमेरिका में वर्क परमीट दिला देगा। अमेरिका पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर एक साल जेल में रखा और वापस भारत भेज दिया। मैक्स ने उसे गुमराह कर गलत तरीके से अमेरिका भेजा और छह लाख रुपये हड़प लिये। थाना शहर प्रभारी योगेश कुमार ने बताया कि मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। 

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