56 साल के बाद भारत-बांग्लादेश की एक और प्वाइंट पर दौड़ रहीं मालगाडिय़ां, हर मंडल का कोटा तय

भारत-बांग्लादेश की एक और प्वाइंट पर मालगाडि़यों का आवागमन शुरू हो गया है। ट्रेन से बांग्लादेश सामान भेजने के लिए हर मंडल का कोटा तय। मालगाडिय़ां लोड होने के बाद स्टेशनों पर खड़ी न करनी पड़े इसलिए कोटा फिक्स करने का शुरू किया सिस्टम।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Tue, 10 Aug 2021 12:26 PM (IST) Updated:Tue, 10 Aug 2021 12:26 PM (IST)
56 साल के बाद भारत-बांग्लादेश की एक और प्वाइंट पर दौड़ रहीं मालगाडिय़ां, हर मंडल का कोटा तय
भारत-बांग्लादेश मालगाडियों के लिए हर मंडल का कोटा।

अंबाला, [दीपक बहल]। हरियाणा और पंजाब से भी बांग्लादेश के लिए रा मटेरियल, आटो मोबाइल की डिमांड बढ़ गई है, जिस कारण रेल मंत्रालय ने मंडलों का कोटा तय कर दिया है ताकि कारोबारियों को परेशानी न हो। भारत से जाने वाली मालगाडिय़ां पहले बांग्लादेश की सीमा में चार रेल प्वाइंट से प्रवेश करती थीं। अब हाल ही में भारत के हल्दीबाड़ी और बांग्लादेश के चिलाहाटी से भी ट्रेनों का आवागमन शुरू कर दिया गया है। इस एक प्वाइंट के खुल जाने से अब मालढुलाई बढ़ जाएगी।

बता दें कि साल 1947 में बंटवारे के बाद से 1965 तक दोनों देशों के बीच उक्त रेल मार्ग पर ट्रेनें चलती थीं। साल 1965 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद दोनों देशों के बीच रेल सेवाएं बंद हो गई थीं। अगस्त 2021 में फिर से इस प्वाइंट पर रेलगाड़ी दौडऩे लगी हैं। उल्लखनीय है कि इससे पहले भारत के पेतरापोल से बांग्लादेश के बेनापाल, ङ्क्षसघाबाद से रोहनपुर, राधिकापुर से बिरोल तथा जेडे से दर्सना रेलगाड़ी पहुंचती हैं। अब मंडलों का कोटा फिक्स होने से कारोबारियों को आसानी होगी। कौन सा मंडल कब मालगाड़ी को रवाना करेगा, यह भी निर्धारित किया गया है। बुकिंग अधिक होने पर जरूरत पडऩे पर मंडल रेल मंत्रालय से बात कर इसमें बदलाव भी करवा सकेंगे।

रोजाना करीब 40 गाडिय़ों की है बांग्लादेश में डिमांड

भारत से बांग्लादेश के लिए अलग-अलग राज्यों से अलग-अलग निर्यात किया जाता है। मौजूदा समय में पांच प्वाइंट से बांग्लादेश में गाडिय़ां प्रवेश कर रही हैं। मालगाड़ी दोनों देशों की सीमाओं पर रुकती हैं। यहां बांग्लादेश रेलवे अपना रेल इंजन लगाता है। रोजाना करीब 40 गाडिय़ों की भारत से डिमांड रहती है, लेकिन एंट्री प्वाइंट अभी भी कम महसूस होते हैं। बांग्लादेश का रेल स्ट्रक्चर भी भारत के मुकाबले छोटा है।

अंबाला से तीसरी मालगाड़ी भी जल्द भेजी जाएगी

अंबाला से धागा से लोडेड मालगाड़ी 25 जून 2021 को बांग्लादेश के लिए रवाना की गई थी। इसके बाद अनुमति मिलने के बाद एक और ट्रेन को रवाना किया गया था। अब अंबाला से ही तीसरी मालगाड़ी को भी जल्द रवाना किया जाएगा। इसके लिए तैयारियां की जा रही हैं। आंकड़े बता रहे हैं कि जून माह में करीब 145 मालगाडिय़ों को विभिन्न मंडलों से बुङ्क्षकग होने के बाद बांग्लादेश पहुंचाया गया, जबकि जुलाई में 40 से अधिक रेलगाडिय़ां पहुंच चुकी हैं।

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