Afganistan Students: पढ़ाई पूरी होने पर कुवि बना अफगानी विद्यार्थियों का सहारा, इतने छात्रों ने लिया दाखिला

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय छात्रावास अलग-अलग देशों के करीब 60 विद्यार्थी रह रहे हैं। इनमें से 34 विद्यार्थी अफगानिस्तान के हैं। इन दिनों में पढ़ाई आनलाइन होने के चलते सभी विद्यार्थी अपने छात्रावास में ही रहकर निरंतर आनलाइन कक्षाएं लगा रहे हैं।

By Rajesh KumarEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 08:05 AM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 08:05 AM (IST)
Afganistan Students: पढ़ाई पूरी होने पर कुवि बना अफगानी विद्यार्थियों का सहारा, इतने छात्रों ने लिया दाखिला
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय और एनआइटी में पढ़ाई कर रहे अफगानिस्तान के 43 के करीब विद्यार्थी।

विनोद चौधरी, कुरुक्षेत्र। अफगानिस्तान में अचानक बदले हालातों के बाद कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय यहां पढ़ा रहे अफगानी विद्यार्थियों को सहारा बना है। अचानक परिस्थितियां विपरीत होने और फ्लाइट बंद होने पर पढ़ाई पूरी करने के बाद भी अफगानिस्तान के चार विद्यार्थी कुवि के अंंतरराष्ट्रीय छात्रावास में ही रहे और अब उन्होंने अगली कक्षाओं में दाखिला ले लिया है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान कुरुक्षेत्र में इन दिनों भी अफगानिस्तान के 43 विद्यार्थी अलग-अलग विषयों में पढ़ाई कर रहे हैं।

कुवि के अंतरराष्ट्रीय छात्रावास में रह रहे 34 अफगानी विद्यार्थी

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय छात्रावास अलग-अलग देशों के करीब 60 विद्यार्थी रह रहे हैं। इनमें से 34 विद्यार्थी अफगानिस्तान के हैं। इन दिनों में पढ़ाई आनलाइन होने के चलते सभी विद्यार्थी अपने छात्रावास में ही रहकर निरंतर आनलाइन कक्षाएं लगा रहे हैं। इसी तरह राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में भी अफगानिस्तान के नौ विद्यार्थी विभिन्न विभागों में पढ़ाई कर रहे हैं।

पढ़ाई पूरी होने के बाद तीन विद्यार्थी नहीं जा पाए थे अपने घर

कुवि में विभिन्न विभागों में पढ़ाई करने वाले 11 अफगानी विद्यार्थियों ने इसी सत्र में अपनी पढ़ाई पूरी की थी। पढ़ाई पूरी करने के बाद इन्हें कुवि प्रशासन की ओर से प्राथमिकता के आधार पर 20 जुलाई 2021 को डीएमसी और डिग्री भी सौंप दी गई थी। इसके बाद इन्हीं में से आठ विद्यार्थी पांच अगस्त से पहले-पहले अपने घर लौट गए थे। इनमें से तीन विद्यार्थियों की फ्लाइट 13 अगस्त को जानी थी, लेकिन हालात बदलने पर वह अपने घर नहीं जा सके। इसके बाद अब भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आइसीसीआर) की ओर से परमिशन मिलने के बाद इन विद्यार्थियों ने अगली कक्षाओं में दाखिला ले लिया है। इतना ही नहीं यूजी की पढ़ाई कर एक अन्य विद्यार्थी ने भी पीजी में दाखिला ले लिया है।

एनआइटी में नौ अफगानी विद्यार्थी कर रहे इंजीनियरिंग

एनआइटी के लोकसंपर्क विभाग के प्रभारी डा. आरपी चौहान ने बताया कि राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में अफगानिस्तान के नौ विद्यार्थी अपनी आनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। इनमें से ज्यादातर विद्यार्थी सिविल इंजीनियरिंग में पढ़ाई कर रहे हैं। एनआइटी में सभी विद्यार्थियों का दाखिला डायरेक्ट एडमिशन आफ स्टूडेंट्स एबराड (डीएएसए) के तहत किया जाता है।

30 विद्यार्थियों की पढ़ाई जारी

कुवि के इंटरनेशनल स्टूडेंट्स एडवाइजर प्रो. संजीव अग्रवाल ने बताया कि 30 अफगानी विद्यार्थियों की अभी भी विभिन्न विषयों में पढ़ाई चल रही है। इनमें से पांच शोधार्थी मैनेजमेंट, लोक प्रशासन और शिक्षा में पीएचडी कर रहे हैं। इसके साथ ही करीब आठ विद्यार्थी एमबीए और चार विद्यार्थी बीटेक की पढ़ाई कर रहे हैं। अफगानी विद्यार्थियों को भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आइसीसीआर) से हर माह 18 से 20 हजार रुपये के साथ अलग से ट्यूशन फीस और छात्रावास फीस के रूप में स्कालरशिप दी जा रही है। ऐसे में किसी भी विद्यार्थी को किसी प्रकार की आर्थिक तंगी नहीं है। इन दिनों में कुवि में करीब 24 देशों के 60 विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं।

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