पानीपत में एडवोकेट की जहर से मौत, हत्या का केस दर्ज कराने के लिए वकीलों का वर्क सस्पेंड
Panipat News पानीपत के एडवोकेट ललित उर्फ लखन की हत्या करने का आरोप। लखन ने वीडियो में पारस का नाम लिया। स्वजनों ने अब बयान जुड़वाए। पहले आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में केस दर्ज हुआ था।
पानीपत, जागरण संवाददाता। पानीपत में संदिग्ध हालात में एडवोकेट ललित सिंगल की मौत हो गई। पहले पुलिस ने आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में केस दर्ज किया। सुबह जब वकीलों को पता चला और एक वीडियो वायल हुआ तो हत्या का केस दर्ज कराने के लिए हंगामा कर दिया। कोर्ट में वर्क सस्पेंड कर दिया गया। अब हत्या का केस दर्ज कराने के लिए सप्लीमेंटरी बयान दर्ज कराए गए हैं। अब तक पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया गया है। ललित सिंगल की जहर की वजह से मौत हुई है। आरोप है कि सूदखोरों ने उसे जबरन जहर खिलाया।
वीडियो में पारस का नाम लिया
एडवोकेट ललित सिंगल उर्फ लखन को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। बेहद मुश्किल से वह बात कर पा रहा था। ललित ने पारस का नाम लिया है। यही वीडियो जब वकीलों तक पहुंचा तो सभी किला थाने में पहुंचे। एसएचओ को यह वीडियो दिखाया गया। पुलिस ने पहले इसे गंभीरता से नहीं लिया। जब वकीलों ने हंगामा किया तो पुलिस सक्रिय हुई। अब आरोपितों को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
सूदखोरों पर है आरोप
वकीलों का कहना है कि यह मामला सूदखोरों से जुड़ा है। पानीपत में फाइनेंसर इतने दबंग होते जा रहे हैं कि आम लोगों की जिंदगी तक दांव पर लग रही है। ब्याज पर ब्याज वसूलते हैं। मूल से दोगुना तक राशि वसूल ली जाती है। इसके बावजूद प्रताड़ित किया जाता है। यह भी वैसा ही मामला लग रहा है।
दो दिन पहले हुआ था अपहरण
दो दिन पहले ही सूदखोरों ने भगत सिंह मार्केट से डेयरी मालिक जयदीप का अपहरण कर लिया गया था। जयदीप ने ब्याज पर 30 हजार रुपये लिए थे। इसमें से 25 हजार रुपये लौटा दिए। सूदखोरों ने ब्याज पर ब्याज लगाकर यह राशि दो लाख रुपये तक पहुंचा दी। रुपये नहीं देने पर उसका अपहरण कर लिया। उसके साथ मारपीट की। यहां तक की उसकी किडनी तक बेचने के लिए धमकाया।
पत्नी के पास फोन आया, जहर खिलाकर छोड़ गए
पत्नी दीपा ने बताया कि उनके पास पति ललित का फोन आया था। उन्होंने फोन पर कहा कि उन्हें जहर खिला दिया है। अग्रसेन अस्पताल छोड़ गए हैं। वे तुरंत अस्पताल पहुंचे। यहां उनकी हालत बेहद गंभीर थी। मुश्किल से बोल पा रहे थे। उन्हें बचाया नहीं जा सका।
सुबह घर से ले गए थे
स्वजनों ने बताया कि ललित को दो युवक घर से ले गए थे। शाम तक घर नहीं लौटे। उन्हें चिंता हो रही थी। ये उम्मीद नहीं थी कि उनका बेटा उनसे जीवनभर के लिए बिछड़ जाएगा।
दो छोटे भाई, एक बेटा
ललित को दो छोटे भाई हैं। एक बेटा है। पिता रेहड़ी लगाते हैं। वकीलों ने बैठक करके तय किया है कि वे आरोपितों का केस नहीं लड़ेंगे। जब तक आरोपित पकड़े नहीं जाते, तब तक संस्कार नहीं किया जाएगा।