जींद में विरोध जताने के लिए अपनाया अनोखा तरीका, एक घंटे कीचड़ में खड़े हो किया प्रदर्शन
जींद में सब्जी मंडी के पीछे वार्ड-13 की रूपनगर कॉलोनी की बदहाली पर प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है। कॉलोनी की गलियां गंदा नाला बन गई हैं।
जींद, जेएनएन। जींद में सब्जी मंडी के पीछे वार्ड-13 की रूपनगर कॉलोनी की बदहाली पर प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है। कॉलोनी की गलियां गंदा नाला बन गई हैं। सरकार व प्रशासन को आइना दिखाने के लिए लोगों ने रविवार को कीचड़ में एक घंटे से ज्यादा समय खड़ा होकर प्रदर्शन किया। अन्ना टीम सदस्य सुनील वशिष्ठ के नेतृत्व में कालोनी के लोगों ने रोष जताते हुए कहा कि स्वच्छता के नाम पर खूब ढिंढोरा पीटा जा रहा है। लेकिन हालात इतने बुरे हैं कि घर के सभी दरवाजे बंद करने के बावजूद अंदर बदबू रहती है। मच्छरों की भरमार हो चुकी है। यह हालात एक-दो महीने से नहीं, बल्कि दो-तीन साल से हैं। बावजूद इसके कोई अधिकारी यहां की समस्या दूर करने के लिए आगे नहीं आ रहा है।
यहां के लोगों का कहना है कि अब तो उनके रिश्तेदारों ने भी आना छोड़ दिया है। सुनील वशिष्ठ अपने साथियों के साथ साइकिल यात्रा कर शहर की समस्याओं की तरफ प्रशासन का ध्यान दिला रहे हैं। रूपनगर के लोग जब अधिकारियों के यहां चक्कर काट कर थक गए, तो उन्होंने अन्ना टीम को अपने यहां के हालात दिखाए। रविवार सुबह अन्ना टीम कालोनी में पहुंची और लोगों के साथ एक घंटे से ज्यादा समय तक कीचड़ में खड़े रह कर प्रदर्शन करते रहे। राजबीर सैनी, अमित सैनी, महाबीर हिंदू, सुशील कुमार ने कहा कि यहां के सीवर ब्लॉक हैं। पहले उनको साफ करना होगा, उसके बाद गली बनानी होंगी। सोमवार तक प्रशासन ने यहां की सुध नहीं ली, तो मंगलवार को संबंधित विभाग के अधिकारियों की मेज पर गंदा पानी डाला जाएगा। उसके बाद जन प्रतिनिधियों के साथ भी यही रवैया अपनाया जाएगा।
----कालोनी निवासियों ने कहा कि सांसद, विधायक, अफसर, नेता, पार्षद कोई हमारी नहीं सुन रहा है। पांच महीने से गली में पैदल चलने के लिए जगह नहीं है। यदि कोई अधिकारी या राजनेता पांच दिन भी यहां अपने बच्चों के साथ रहकर दिखाए तो हम उसे फूल-मालाओं और नकद राशि से सम्मानित करेंगे। सब्जी मंडी की दुकान नंबर दो के पीछे गली में आप घुसोगे को एक कदम भी सही रखा जाए, इसकी कोई गारंटी नहीं है। यहां पूरी गली उबड़-खाबड़ हो चुकी है। कहीं एक फुट गहरा गड्ढा है तो कहीं दो फुट गहरा। जगह-जगह गंदा पानी इकट्ठा हो चुका है। दलदल भी मची हुई है। गली के बीच में सीवरेज की लाइन दबी हुई है, लेकिन अब वह पूरी तरह ब्लॉक हो चुकी है। राजबीर सैनी कहते हैं कि 30 साल से यहां रह रहा हूं। कभी यहां के हालात नहीं सुधरे।