संत निरंकारी समागम में एक हजार जवानों का पहरा, क्योंकि ये है खास

24 नवंबर को संत निरंकारी समागम की शुरुआत है। 19 वरिष्ठ अधिकारी, 16 डीएसपी और बम निरोधक दस्ता भी इस कार्यक्रम में तैनात है। आखिर ऐसा क्या खास है इस संत समागम में।

By Ravi DhawanEdited By: Publish:Thu, 22 Nov 2018 01:07 PM (IST) Updated:Fri, 23 Nov 2018 10:56 AM (IST)
संत निरंकारी समागम में एक हजार जवानों का पहरा, क्योंकि ये है खास
संत निरंकारी समागम में एक हजार जवानों का पहरा, क्योंकि ये है खास

पानीपत, जेएनएन।  निरंकारी संत समागम स्थल की पुख्ता सुरक्षा होगी। तीन दिनों तक एक हजार जवान और अधिकारी पैनी नजर रखेंगे। एडीजीपी एवं करनाल रेंज के आइजी नवदीप ङ्क्षसह  विर्क ने बुधवार को ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों और जवानों की तैनाती का जायजा लिया। समागम में प्रवेश के लिए बने तीन प्रमुख द्वारों समेत सभी संवेदनशील जगहों पर कड़ी निगरानी के आदेश दिए। 

डीएसपी बिजेंद्र सिंह ने कहा कि समागम के सुरक्षित समापन तक 19 अफसरों सहित जीआरपी, आरएएफ के 1000 जवान ड्यूटी देंगे। महिला श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए महिला पुलिस कर्मियों की भी ड्यूटी लगाई गई है। 16 डीएसपी और तीन एएसपी सभी जवानों और कार्यक्रम पर नजर रखेंगे। 

बम निरोधक दस्ता भी बुलाया
बम निरोधक दस्ता भी बुलाया गया है। संवेदनशील और भीड़ वाली जगहों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। जीआरपी ने भोडवाल माजरी रेलवे स्टेशन और  परिसर की सुरक्षा के लिए अलग से पुलिस पोस्ट बना दी है। जीआरपी इंचार्ज ताराचंद ने बताया कि उन्होंने अपने 70 कर्मियों की यहां ड्यूटी लगाई है। सोनीपत की एसपी प्रतीक्षा गोदारा ने भी समागम स्थल का जायजा लिया है।

 

समागम की तैयारी में जुटे सेवादार।

सुरक्षा प्रशासन की और सहयोग हमारा : कृपा सागर
निरंकारी मिशन के प्रवक्ता कृपा सागर ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी प्रशासन की है, जबकि प्रशासन को सहयोग करना उनकी। वे हर तरह से प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं। उनसे तालमेल बनाकर चल रहे हैं। 50 हजार सेवादारों की सुरक्षा सहित अन्य कामों में ड्यूटी लगाई है। रेलवे की ओर से पांच हजार से कम  मासिक पाने वालों को पचास प्रतिशत की रियायत से टिकट दिया जा रहा है। राजधानी और शताब्दी को छोड़कर सभी 68 मेल-एक्सप्रेस और 10 सवारी गाडिय़ां यहां रूक रही है। दिल्ली से माजरी के लिए भी दो सवारी गाडिय़ां चल रही हैं।  उन्होंने कहा की पानीपत की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पानीपत स्टेशन पर मिशन की बस लगाई गई है। करीब सौ बसें विभिन्न जगहों से श्रद्धालुओं को लाने ले जाने में लगी हैं। विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए दिल्ली एयरपोर्ट पर मिशन की गाड़ी लगाई गई है। उनके ठहरने के लिए दिल्ली निरंकारी कालोनी में व्यवस्था की गई है। विदेशी श्रद्धालु दिल्ली से ही समागम में अप-डाउन करेंगे। सत्संग का समय दोपहर एक बजे से रात 8 बजे तक रखा गया है, जिससे आने वालों को कोई परेशानी नहीं होगी।

लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना
उन्होंने कहा कि माता सुदीक्षा का यह पहला समागम है। समालखा में भी पहली बार यह समागम हो रहा है। दिल्ली में राशन के हिसाब से पांच लाख अनुयायी आते थे। प्रवचन सुनने के लिए विशाल पंडाल बनाया गया है। 12 स्क्रीन लगाए गए हैं। हर व्यक्ति अपनी जगहों पर बैठकर ही माता का दर्शन और प्रवचन को आत्मसात कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए राज्य अनुसार पंडाल बनाए गए हैं। उसी में भोजन, स्नान, शौचालय, पानी आदि की व्यवस्था की गई है। हर पंडाल में भक्तों की सहूलियत और सुरक्षा के लिए सेवादारों की ड्यूटी लगाई गई है। वे उनकी रिकॉर्ड भी रख रहे हैं। आइडी की जांच भी करते  हैं। उन्होंने कहा कि वाहन पार्किंग के लिए भी चार खंड बनाए गए हैं। सुरक्षा के लिए सेवादारों की जिम्मेदारी लगाई गई है।

अनुयायियों ने माता सुदीक्षा के किए दर्शन
अनुयायियों को दर्शन देने के लिए माता सुदीक्षा महाराज दोपहर में खुली जीप में कड़ी सुरक्षा के बीच निकली। पंडालों के आगे खड़े होकर अनुयायियों ने उनका दर्शन कर आशीर्वाद लिया। अनुयायी लाइन में खड़े रहे।

 

अधिकारियों को निर्देश देते एडीजीपी नवदीप सिंह विर्क।

पुलिस-प्रशासन ने मांगी 24 एंबुलेंस
संत निरंकारी आध्यात्मिक स्थल पर होने वाले संत समागम के लिए पुलिस-प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग से 24 एंबुलेंस मांगी हैं। विभाग को मिली पांच नई एंबुलेंस बृहस्पतिवार की सुबह पुलिस लाइन के लिए रवाना कर दी जाएंगी। एंबुलेंस कंट्रोल रूम के फ्लीट मैनेजर ऋषिपाल ने बताया कि संत समागम में सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर इस बार पुलिस-प्रशासन ज्यादा चौकस है। विभाग ने सोनीपत, करनाल और रोहतक से भी एंबुलेंस मंगाई हैं।

chat bot
आपका साथी