डेढ़ साल पहले पत्‍नी ने छोड़ा, अब फाइनेंसरों की वजह से इस शख्‍स ने दे दी जान

यमुनानगर में फाइनेंसरों से तंग आकर एक व्यक्ति ने जहरीला पदार्थ निगलकर जान दे दी। मृतक की पत्‍नी डेढ़ साल पहले छोड़कर चली गई थी। बच्चों ने फाइनेंसरों पर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया है। मृतक जवाहर नगर कालोनी का रहने वाला था।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Sat, 23 Jan 2021 06:44 PM (IST) Updated:Sat, 23 Jan 2021 06:44 PM (IST)
डेढ़ साल पहले पत्‍नी ने छोड़ा, अब फाइनेंसरों की वजह से इस शख्‍स ने दे दी जान
पोस्टमार्टम हाउस के बाहर खड़े मृतक भूपेंद्र के बेटे हरजीत व जसप्रीत।

पानीपत/यमुनानगर, जेएनएन। जवाहर नगर कालोनी निवासी 45 वर्षीय भूपेंद्र सिंह ने जहरीला पदार्थ निगल लिया। हालत बिगडऩे पर उसे अस्पताल में लेकर गए। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत बता दिया। मृतक के 16 वर्षीय बेटे हरजीत सिंह व 10 वर्षीय जसप्रीत सिंह का आरोप है कि पिता ने फाइनेंसरों से तंग आकर जान दी है। वहीं मृतक के भाई गगन का कहना है कि उनकी भाभी डेढ़ साल पहले घर छोड़कर चली गई थी। इसके बाद से ही भूपेंद्र परेशान था। 

भूपेंद्र सिंह ने घर में ही करियाने की दुकान कर रखी थी। शनिवार की सुबह करीब नौ बजे उसने घर में ही कोई जहरीला पदार्थ निगल लिया। जब उसे उल्टियां लगने लगी, तो दोनों बच्चे हरजीत सिंह व जसप्रीत सिंह घबरा गए। उन्होंने पड़ोसियों को बताया। इसके बाद उसे अस्पताल में लेकर गए। 

डेढ़ साल पहले पत्नी छोड़कर चली गई थी

मृतक भूपेंद्र सिंह के पास दो बेटे व एक 14 वर्षीय बेटी है। बताया जा रहा है कि भूपेंद्र शराब के नशे में अक्सर पत्नी के साथ मारपीट करता था। जिस पर वह उसे छोड़कर चली गई थी। डेढ़ साल से वह अलग रह रही है। बेटी भी उसके साथ रहती है। जबकि दोनों बच्चे भूपेंद्र के पास रहते थे। पहले भूपेंद्र ट्रक पर ड्राइवरी करता था। अब उसने घर में ही करियाने की दुकान खोल रखी थी। बेटे हरजीत सिंह ने बताया कि उनके पिता ने फाइनेंसर बोबी से 25 हजार रुपये लिए थे। पूरा पैसा वापस कर दिया था। इसके बावजूद फाइनेंसर बोबी, अश्विनी, मंगू व एक अन्य ने डरा धमकाकर उनके पिता से मकान का बयाना लिखवा लिया था। जिसकी वजह से वह परेशान रहते थे। करीब तीन माह पहले भी उनके पिता के साथ फाइनेंसर ने मारपीट की थी। शुक्रवार की रात को पिता ने इस बारे में उन्हें बताया था। उन्हें काफी समझाया था कि इस तरह का कोई गलत काम नहीं करना, लेकिन उन्होंने सुबह जहरीला पदार्थ खा लिया। 

भूपेंद्र बेचता था नशीला पदार्थ : गगन 

गगन ने बताया कि उनका भाई भूपेंद्र नशीला पदार्थ भी बेचता था। उस पर कई मामले भी दर्ज हो चुके हैं। जेल में भी वह कई बार जा चुका था। दोनों बच्चे उसके पास रहते थे, लेकिन वह उन पर अधिक ध्यान नहीं देता था।  कभी-कभी तो पूरा दिन दोनों बच्चे दिन भर भूखे रहते थे। जिन फाइनेंसरों का नाम लिया जा रहा है। वही उसकी जमानत कराते थे। जब से उनकी भाभी बच्चों व भाई को छोड़कर गई है। वह तभी से परेशान चल रहा था। इस परेशानी में ही उसने जहरीला पदार्थ खाया है। 

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पोस्टमार्टम हाउस के बाहर खड़े बिलखते रहे बच्चे 

भूपेंद्र ने सुबह करीब नौ बजे जहर खाया। दोपहर 12 बजे उसकी मौत हो गई थी। दोनों बच्चे उसके पास खड़े बिलखते रहे। पोस्टमार्टम हाउस में शव पहुंचा, तो यहां भी दोनों बच्चे पिता के शव को देखकर रोते रहे। उन्होंने अपनी मां को भी कॉल की, लेकिन वह भी नहीं पहुंची। दोपहर करीब दो बजे गगन पहुंचा, तो उसने बच्चों को संभाला। 

फर्कपुर थाना प्रभारी सतपाल ने बताया कि मृतक के बच्चे ने फाइनेंसर बोबी व उसके साथियों पर पिता को प्रताडि़त करने का आरोप लगाया है। इसी आधार पर आरोपितों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया है। आगे मामले की तफ्तीश की जाएगी। 

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