आफत : डिडवाड़ी में लिए 52 के स्वाब और 50 के ब्लड सैंपल

इसराना ब्लॉक के गांव डिडवाड़ी में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पूरे दिन डेरा डाले रखा। टीम ने बुखार-खांसी के 300 से अधिक मरीजों के स्वास्थ्य की जांच की। 52 ग्रामीणों आरटीपीसीआर (रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमर्स चेन रिएक्शन) टेस्ट के लिए स्वाब सैंपल लिए गए। 50 ग्रामीणों के रक्त नमूने लिए गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 08:18 AM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 08:18 AM (IST)
आफत : डिडवाड़ी में लिए 52 के स्वाब और 50 के ब्लड सैंपल
आफत : डिडवाड़ी में लिए 52 के स्वाब और 50 के ब्लड सैंपल

जागरण संवाददाता, पानीपत : इसराना ब्लॉक के गांव डिडवाड़ी में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पूरे दिन डेरा डाले रखा। टीम ने बुखार-खांसी के 300 से अधिक मरीजों के स्वास्थ्य की जांच की। 52 ग्रामीणों आरटीपीसीआर (रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमर्स चेन रिएक्शन) टेस्ट के लिए स्वाब सैंपल लिए गए। 50 ग्रामीणों के रक्त नमूने लिए गए हैं।

दरअसल, बीडीपीओ (खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी) जितेंद्र शर्मा ने गांव डिडवाड़ी के हर दूसरे घर में बुखार-खांसी के मरीज होने और 10 दिनों में आठ की मौत की सूचना सिविल सर्जन डा. संजीव ग्रोवर को दी थी। गांव में 500 से अधिक बुखार (कोरोना आशंकित, वायरल, मलेरिया और टायफाइड से ग्रस्त) मरीज बताए गए थे। सूचना पर दैनिक जागरण ने पांच मई के अंक में खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। सिविल सर्जन के आदेश पर नौल्था सीएचसी के सीनियर मेडिकल ऑफिसर डा. रिकू सांगवान के नेतृत्व में टीम बुधवार को गांव में पहुंची।

डा. सांगवान ने बताया कि स्वाब और ब्लड सैंपल की रिपोर्ट का इंतजार है। कोरोना संक्रमित अधिक मिले तो, उनके स्वजनों के रैपिड और आरटीपीसीआर टेस्ट कराएं जाएंगे। वायरल, मलेरिया, टायफाइड

के मरीज निकले तो दूसरी एक्टिविटी कराई जाएंगी। राज सिंह

chat bot
आपका साथी