एक श्रीराम मंदिर हरियाणा के इस जिले में भी, 450 साल पुराना है इतिहास
हरियाणा के कैथल में करीब 450 साल पुराना श्री राम मंदिर है। इसकी काफी ज्यादा मान्यता है। कैथल के कानूनगो मोहल्ला में स्थापित श्रीराम मंदिर हरियाणा के पुराने मंदिरों में शुमार है। श्रीरामनवमी को यहां पर भंडारा लगता है।
कैथल, जेएनएन। कानूनगो मोहल्ला में स्थापित श्रीराम मंदिर करीब 450 वर्ष पुराना हैं। इस मंदिर की काफी मान्यता है और यहां पर रामनवमी के दिन विशाल भंडारा लगाया जाता है। ऐतिहासिक मान्यता है कि यह मंदिर न केवल कैथल, बल्कि पूरे प्रदेश के सबसे पुराने मंदिरों में शुमार है। इस मंदिर में श्री राम दरबार के साथ ठाकुर जी का दरबार भी स्थापित है। इस मंदिर में पिछले कई वर्षाें से महंत राघव दास शास्त्री हैं।
यह है इतिहास
मंदिर के महंत राघव दास शास्त्री ने बताया कि इस मंदिर का निर्माण करीब 450 वर्ष पहले महंत गैबी साहिब ने करवाया था। उस समय इन महंत ने अपना आश्रम बनाया था, उस समय यहां पर कोई मंदिर नहीं बनाया गया था। इस महंत की प्रदेश में कई शहरों में आश्रम हैं। इस मंदिर में पहले उनके गुरू राम मनोहर दास मुख्य पुजारी थे, यह एक नागा साधू थे, जो सीवन के नागा बाबा के गुरू भाई थे। शास्त्री ने बताया कि महंत गैबी साहिब यहां पर भगवान श्रीराम और भगवान श्री कृष्ण की स्तुति में तपस्या की तो बाबा के स्वपन में आए। जिसके बाद बाबा ने श्रीराम के मंदिर की स्थापना की। इसके बाद यहां पर कैथल में रहने वाले ङ्क्षबदलिश परिवार के लोग यहां पर पूजा-अर्चना करने लगे। अब वर्तमान में यहां पर हर वह ङ्क्षबदलिश परिवार पहुंचता है, जो कैथल के रहने वाले हैं। वह चाहे देश के किसी भी स्थान पर रहते हों।
वर्तमान में यह है स्थिति
वर्तमान समय में श्री राम मंदिर के जीर्णाद्धार का कार्य करवाया जा रहा है। जिसके तहत यहां पर नया भवन बनाया जा रहा है। इसके साथ ही यहां पर एक सत्संग हाल और लंगर हाल बनाया जा रहा है। मंदिर को भव्य स्वरूप दिया जा रहा है। जल्द ही मंदिर में निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।
सभी मनोकामनाएं होती है पूरी
पार्षद मोहन लाल शर्मा ने बताया कि कानूनगो मोहल्ला में स्थापित श्रीराम मंदिर में सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। यहां पर रामनवमी के दिन दूर दराज से भक्तजन पूजा-अर्चना करने के लिए पहुंचते हैं।
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