क्या एक और हादसे का इंतजार..न चारदीवारी और न निकासी कराई

20 दिन पहले सैनी कालोनी में निगम की जगह पर बने खुले तालाब में दो बच्चों के डूबने से मौत हो गई थी। नेताओं से लेकर अफसरों ने वहां दौरा किया। वादा किया कि जल्द ही यहां पानी की निकासी कराएंगे। चारदीवारी होगी। लेकिन अब तक न निकासी हुई और न ही चारदीवारी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 05:46 AM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 05:46 AM (IST)
क्या एक और हादसे का इंतजार..न चारदीवारी और न निकासी कराई
क्या एक और हादसे का इंतजार..न चारदीवारी और न निकासी कराई

विनोद जोशी, पानीपत

20 दिन पहले सैनी कालोनी में निगम की जगह पर बने खुले तालाब में दो बच्चों के डूबने से मौत हो गई थी। नेताओं से लेकर अफसरों ने वहां दौरा किया। वादा किया कि जल्द ही यहां पानी की निकासी कराएंगे। चारदीवारी होगी। लेकिन अब तक न निकासी हुई और न ही चारदीवारी। कालोनी के लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या एक और हादसे का इंतजार किया जा रहा है। आखिर कब तक 12 हजार एकड़ में बने गंदे पानी के तालाब की चारदीवारी होगी। दूसरी तरफ, विधायक प्रमोद विज का तर्क है कि बारिश के कारण काम में देरी हो रही है। बारिश थमते ही चारदीवारी कराएंगे।

कुछ दिन पहले ही विधायक प्रमोद विज ने भी सैनी कालोनी में जहां दो मासूमों की जान गई थी वहां का दौरा किया था। इस दौरान विधायक ने इनके स्वजनों को दो-दो लाख रुपये दिए थे। वादा किया था कि जल्द ही पानी की निकासी कराएंगे। यहां पर स्कूल खोलने के लिए प्रस्ताव भेजेंगे। नगर निगम ने 2006 में जमीन को कब्जे में लिया था

यह जमीन 40 साल से खाली पड़ी है। न तो चारदीवारी बनाई गई और न ही जमीन की भरत करवाई। हर बार बारिश के समय जलभराव हो जाता है। नगर निगम ने इस जमीन को 2006 में अपने कब्जे में लिया। फिर बीपीएल परिवारों के लिए प्रोजेक्ट तैयार कर 900 फ्लैट तैयार करवाए जाने थे। तत्कालीन कमिश्नर डा. मनोज कुमार ने प्रोजेक्ट की फाइल चंडीगढ़ मुख्यालय भेजी थी। आजतक यह फाइल मुख्यालय में ही अटकी हुई है। अभी तक प्रोजेक्ट को मंजूरी नहीं मिल सकी। हर बार अधिकारी जमीन का मुआयना करने आते हैं। आश्वासन देकर जाते है कि जमीन की भरत करवाई जाएगी। चारदीवारी बनाई जाएगी। अब स्कूल के प्रोजेक्ट की बात हो रही है। जमीन पर बनाया जाए पार्क

कालोनी निवासी दीपक ने जागरण से बातचीत में बताया कि 40 साल से ज्यादा समय हो गया है। यह जमीन ऐसी की ऐसी ही है। यहां नगर निगम के अधिकारियों व पार्षद से पार्क बनाने की मांग कर चुके हैं। पार्क बनने से हजारों लोगों को फायदा होगा या फिर कोई धर्मशाला बना दी जाए। प्रशासन कूड़ा-कर्कट फेंकना बंद करवाए

कालोनी निवासी चुन्नीलाल शर्मा ने जागरण से बातचीत में बताया कि खाली पड़ी जमीन पर जेबीएम कंपनी के कर्मचारी कूड़ा-कर्कट डाल रहे हैं। पहले भी कई बार कूड़ा न डालने को लेकर कहा जा चुका है। फिर भी यहां कूड़ा डाल रहे हैं। यहां अगर स्कूल बना दिया जाए तो आसपास के लोगों को काफी सुविधा होगी। निगम की कार्यप्रणाली पर उठे ये सवाल

- बारिश होने की बात को ढाल बना रहे निगम के अधिकारी व जनप्रतिनिधि।

- तीन सितंबर को जिस दिन हादसा हुआ, उसके बाद मौसम साफ रहा, नहीं उठाया जरूरी कदम।

- अब तीन दिन से फिर से बारिश हुई तो तर्क देने लगे, बारिश रूकने के बाद काम शुरू करने आश्वासन।

- घटना स्थल पर नगर निगम कमिश्नर आरके सिंह, विधायक प्रमोद विज व मेयर अवनीत कौर कर चुकी हैं दौरा, फिर भी नहीं हो सका काम। निगम के अधिकारी नहीं कर रहे सुनवाई

वार्ड 11 की पार्षद कोमल सैनी ने जागरण से बातचीत में बताया कि विधायक व कमिश्नर को लिखकर शिकायत कर चुके हैं। अधिकारी कुछ काम करना ही नहीं चाहते। इससे कालोनी के लोग को काफी परेशानी है। बारिश रुकने के बाद करवाया जाएगा समाधान

विधायक प्रमोद विज ने जागरण से बातचीत में कहा कि जब से हादसा हुआ है, बारिश नहीं रुकी। जैसे ही बारिश थमती है, तालाब की भरत कराई जाएगी। चारदीवारी भी होगी। बारिश रुकने के तुरंत बाद होगा काम शुरू

नगर निगम की मेयर अवनीत कौर ने जागरण से बातचीत में कहा कि बारिश थमने के तुरंत बाद काम शुरू हो जाएगा। आम लोगों की समस्या दूर करेंगे। प्रश्न पूछा तो कमिश्नर ने फोन काटा

नगर निगम कमिश्नर आरके सिंह से दैनिक जागरण संवाददाता ने जब प्रश्न पूछा कि तालाब हादसे के दिन से ऐसे ही क्यों पड़ा है, कब तक समाधान होगा..इस पर दूसरी तरफ से आवाज आनी बंद हो गई। दोबारा संपर्क किया तो फोन नहीं उठाया।

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