सिविल अस्पताल में एक साल में हार्ट के 1600 आशंकित मरीज पहुंचे
सिविल अस्पताल स्थित गैर संचारी रोग ओपीडी में 29 सितंबर 2020 से अब तक 2500 मरीज चेकअप कराने पहुंचे। इनमें से करीब 1600 मरीज हार्ट समस्या (मोटापा उच्च रक्तचाप अत्यधिक शुगर चलने में श्वास फूलना) से ग्रसित रहे।
जागरण संवाददाता, पानीपत : सिविल अस्पताल स्थित गैर संचारी रोग ओपीडी में 29 सितंबर 2020 से अब तक 2500 मरीज चेकअप कराने पहुंचे। इनमें से करीब 1600 मरीज हार्ट समस्या (मोटापा, उच्च रक्तचाप, अत्यधिक शुगर, चलने में श्वास फूलना) से ग्रसित रहे। उधर, विश्व हृदय दिवस पर अस्पताल में जागरूकता व स्वास्थ्य जांच शिविर लगा।
शिविर में 55 मरीजों का चेकअप किया गया। ओपीडी की डा. रितु और डा. भावना ने संयुक्त रूप से बताया कि दिल संबंधी बीमारियों से ग्रस्त मरीजों का अस्पताल में ब्लड टेस्ट कराया जाता है। केएफटी (किडनी फंक्शन टेस्ट) एलएफटी (लीवर फंक्शन टेस्ट) और ईसीजी (इलेक्ट्रोकार्डियोग्राफी) कराते हैं। मरीज के दिल की नसें ब्लाक हैं तो खून पतला करने का इंजेक्शन दिया जाता है। उच्च इलाज के लिए खानपुर या रोहतक पीजीआई रेफर किया जाता है। मरीज आयुष्मान भारत योजना का पात्र है तो पैनल वाले निजी अस्पताल भी रेफर करते हैं।
उधर, जागरूकता शिविर में सिविल सर्जन डा. जितेंद्र कादियान ने कहा कि हर व्यक्ति को डेयरी उत्पादों, तैलीय भोजन से परहेज करना चाहिए। अस्पताल के प्रिसिपल मेडिकल आफिसर डा. संजीव ग्रोवर, डिप्टी सिविल सर्जन डा. शशि गर्ग, एनेस्थेटिस्ट डा. विरेंद्र ढांडा ने भी मरीजों-तीमारदारों को जागरूक किया।
इस मौके पर डिप्टी सिविल सर्जन डा. निशि जिदल, डिप्टी एमएस डा. अमित पोरिया, डा. मनीष पासी, कृष्णा भाटिया, ट्रीजा, डाइटिशियन रिकी तागरा भी मौजूद रहे।