ड्राइवर की बेटी समालखा में सबसे आगे
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जागरण संवाददाता, समालखा : मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके हौसलों में जान होती है। पंखों से कुछ नहीं होता, हौसलों से ही उड़ान होती है। कुछ ऐसी ही उड़ान भरी है आशादीप आदर्श हाई स्कूल करहंस की छात्रा मोहिनी ने। दसवीं की परीक्षा में जिले में चौथा और ब्लॉक में प्रथम स्थान प्राप्त किया। मोहिन के पिता रमेश कुमार गाड़ी चालक हैं तो मां गीता गृहिणी हैं।
मोहिनी ने बताया कि स्कूल से छुट्टी के बाद केवल एक घंटे ही खाली रहती थी। इसके बाद रात 12 बजे तक पढ़ाई करती थी। मोहिनी का अगला लक्ष्य अच्छे से पढ़ाई कर यूपीएससी पास कर आइपीएस अफसर बनना है। पिछले साल उसकी स्कूल की छात्रा संजू ने स्टेट में प्रथम स्थान हासिल किया था। उसका सपना भी ऐसा ही था, लेकिन दो पेपर न होने के कारण संभव नहीं हो सका। स्कूल प्रबंधक वीरेंद्र सहरावत ने मोहिनी को बधाई देते हुए कहा कि हमें उस पर गर्व है। ये छात्रा के साथ स्टाफ की मेहनत का नतीजा है।
दसवीं पास भी नहीं है अभिभावक : बेटी के ब्लॉक में प्रथम आने पर मुस्कराते हुए मां गीता ने कहा कि हमें बेटी से ऐसी ही उम्मीद थी। सारे पेपर होते तो परिणाम कुछ और ही होता। मां गीता जहां आठवीं पास है तो पिता रमेश कुमार सातवीं पास है। उन्हें अपनी बेटी मोहिनी और बेटे गौरव में ही अपने सपने दिख रहे हैं।
किस पेपर में मिले कितने अंक
हिदी -96
गणित -99
अंग्रेजी -99
सामाजिक -89