कोरोना मरीजों के लिए अंबाला छावनी अस्पताल में अब 60 की जगह 100 बेड रिजर्व

कोरोना मरीजों के लिए छावनी नागरिक अस्पताल में 100 बेड रिजर्व कर दिए गए हैं। ओपीडी में मरीज देखने वाले वाले डाक्टर्स और पैरा मेडिकल स्टाफ की लगी कोरोना में ड्यूटी। इमरजेंसी में इलाज कराने के लिए वाले बच्चे और गर्भवती का पहले की तरह इलाज की सुविधा। जागरण संवाददाता

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 05:46 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 05:46 PM (IST)
कोरोना मरीजों के लिए अंबाला छावनी अस्पताल में अब 60 की जगह 100 बेड रिजर्व
बाला छावनी अस्पताल में 100 बेड रिजर्व।

अंबाला, जेएनएन। अंबाला के छावनी के नागरिक अस्पताल के 110 बेड में अब 100 कोरोना संक्रमितों के लिए रिजर्व कर दिया गया। पहले यहां पर 30 बेड पर भर्ती करके कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज होता था। कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अब यहां पॉजिटिव मरीजों के लिए 100 बेड का प्रबंध किया गया है। इनमें 90 फीसद बेड तक पाइप लाइन ऑक्सीजन की सप्लाई पहुंचती है। अस्पताल के सभी सीनियर मेडिकल अधिकारी, मेडिकल अधिकारी से लेकर स्टाफ की ड्यूटी कोविड में लगाते हुए सभी छुट्टियां निरस्त कर दी गई है। जबकि बीमार बच्चे और गर्भवती का इलाज इमरजेंसी वार्ड के माध्यम से किया जाएगा।

30 बेड से शुरू हुआ था संक्रमितों का इलाज

नागरिक अस्पताल छावनी में कोरोना की पहली लहर के बाद से ही 30 बेड पर मरीजों का इलाज हो रहा था। दूसरी लहर के शुरूआती दिनों में मरीजों के लिए 30 बेड थे। इसके बाद मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए 60 बेड किया गया। अब 100 बेड कोरोना संक्रमितों के लिए रिजर्व कर दिया गया है।

इमरजेंसी के सभी बेड पर भर्ती मरीज

अस्पताल के आपातकालीन (इमरजेंसी) के सभी बेड दिन दिनों फुल चल रहें हैं। बेड फुल होने के बाद मरीजों को वार्ड में शिफ्ट करने के लिए रखे गए स्ट्रेक्टचर पर मरीजों को लिटाकर इलाज किया जाता है। इमरजेंसी में आने वाले मरीजों में कोरोना संक्रमण का संदेह होने पर रैपिड जांच में अगर पॉजिटिव आता है उसे कोविड वार्ड में शिफ्ट कराया जाता है।

सिविल सर्जन अंबाला की तरफ से कोविड पेशेंट के लिए बेड बढ़ाने के निर्देश थे। इस पर अब अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए बेड की संख्या 60 से बढ़ाकर 100 कर दी गई है। सभी डाक्टर और स्टाफ की छुट्टियां कैंसिल करके कोविड में ड्यूटी लगा दी गई है।

डा. राकेश सहल, प्रिंसिपल मेडिकल अधिकारी छावनी।

chat bot
आपका साथी