Farmers Protest: जींद के करसोला से 10 क्विंटल लड्डू, सिंघपुरा से रोज पहुंच रहा तीन हजार का भोजन

किसान आंदोलन को लगातार समर्थन मिल रहा है। किसान आंदोलन में डटे लोगों के लिए जींद के करसोला गांव से 10 क्विंटल लड्डू लेकर किसान रवाना हुए। वहीं हर रोज सिंघपुरा गांव से तीन हजार लोगों के लिए खाना पहुंचाया जा रहा है।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 06:05 PM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 06:05 PM (IST)
Farmers Protest: जींद के करसोला से 10 क्विंटल लड्डू, सिंघपुरा से रोज पहुंच रहा तीन हजार का भोजन
गुरुद्वारा सिंघपुरा में खाना बनाती हुई महिलाएं।

पानीपत/जींद, जेएनएन। दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन को लेकर किसानों का कूच लगातार जारी है। कृषि कानूनों के विरोध में जुलाना से हजारों किसान जुलाना की ओर रवाना हुए किसानों के साथ करसोला गांव से लगभग 10 क्विंटल लड्डू लेकर रवाना हुए।

जुलाना से नंदगढ़ खाप के प्रधान होशियार सिंह दलाल के नेत्तृत्व में दिल्ली के लिए हजारों की संख्या में किसान दिल्ली के लिए रवाना हुए। नंदगढ़ बाराहा खाप के प्रधान होशियार सिंह दलाल ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है। भाजपा सरकार ने जो काले कानून लागू किए हैं वो किसी भी लिहाज से किसान के हित में नहीं हैं।

होशियार सिंह दलाल ने कहा कि सरकार को चाहिए कि जल्द से जल्द किसानों की मांगों को मानते हुए तीनों कानूनों को वापस ले। अगर सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती है तो किसान आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे। हरियाणा के किसान भी पंजाब के किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। हरियाणा से काफी किसान दिल्ली के लिए कूच कर रहे हैं।

गांव सिंघपुरा से हर रोज भोजन हो रहा तैयार

दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन में सफीदों का निकटवर्ती गांव सिंघपुरा भी अपनी भूमिका अदा करने वाला है। इस गांव के किसानों ने हर रोज तीन हजार लोगों का भोजन तैयार करके इस आंदोलन में भेजने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के तहत बुधवार को पूरे गांव से राशन एकत्रित करके उसे गांव में ही स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब में पहुंचाया गया। वहां पर उस राशन को पकाने का कार्य शुरू किया गया है। भोजन बनाने के लिए गांव की कई दर्जन महिलाएं गुरुद्वारा परिसर पहुंची।

बुधवार को दिनभर लंगर बनाने का कार्य निरंतर जारी रहा। किसानों ने बताया कि इस आंदोलन में हरियाणा के किसान कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। आंदोलन में दिल्ली पहुंचे हुए लाखों किसानों के लिए गुरुद्वारा परिसर में गुरु लंगर की व्यवस्था की गई है। जब तक यह आंदोलन चलेगा तब तक यह लंगर व्यवस्था निरंतर जारी रहेगी। गांव के लोग यहां से 3000 हजार लोगों का लंगर बनाकर हर रोज दिल्ली ले जाकर वितरित करेंगे। किसानों का कहना था कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि बिल पूरी तरह से किसान, आढ़ती व मजदूर विरोधी हैं। जब तक किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया जाता तब तक पूरे भारत के किसानों का धरना जारी रहेगा।

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