हरियाणा-पंजाब विधानसभा के कामन प्रवेश द्वार पर रहेगी टाइट सिक्योरिटी, मानसून सत्र इसी माह

हरियाणा विधानसभा का मानसून सत्र अगस्त माह के आखिरी सप्ताह में होगा। सत्र के तीन दिन तक चलने की संभावना है। इस दौरान सुरक्षा में कोई खामी न रहे इसके लिए हरियाणा व पंजाब की कामन इंट्रेंस पर सुरक्षा कड़ी की जाएगी।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 12:52 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 12:52 PM (IST)
हरियाणा-पंजाब विधानसभा के कामन प्रवेश द्वार पर रहेगी टाइट सिक्योरिटी, मानसून सत्र इसी माह
हरियाणा व पंजाब विधानसभा की फाइल फोटो।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा का मानसून सत्र इस बार जल्दी होगा। प्रदेश सरकार अगस्त माह के आखिरी सप्ताह में विधानसभा सत्र करना चाहती है। मंत्रिमंडल की पांच अगस्त को होने वाली बैठक में हालांकि विधानसभा के मानसून सत्र की तारीख तय की जाएगी, लेकिन विधानसभा सचिवालय ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। पिछले बजट सत्र में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सुरक्षा में हुई चूक के बाद इस बार मानसून सत्र में चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी।

हरियाणा और पंजाब विधानसभा एक ही परिसर में स्थित हैं। दोनों के मुख्य प्रवेश द्वार भी एक ही हैं। इसके अलावा सात द्वार ऐसे हैं, जिनके जरिये दोनों राज्यों की विधानसभा में प्रवेश किया जा सकता है। बजट सत्र के दौरान पंजाब के अकाली विधायकों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सुरक्षा में सेंध लगाते हुए उन पर हमला कर दिया था। इसकी जांच के लिए विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने हरियाणा, पंजाब और यूटी चंडीगढ़ के आइजी स्तर के तीन अधिकारियों की एक कमेटी बनाई, जिसने विधानसभा सत्र के दौरान चाक चौबंद सुरक्षा के लिए अपनी रिपोर्ट दी।

विधानसभा स्पीकर ने इसी कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर इस बार विधानसभा सचिवालय को सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। पंजाब व हरियाणा विधानसभा के कामन सातों प्रवेश द्वार पर बड़ी मात्रा में सुरक्षा बल तैनात रहेगा। विधानसभा सत्र अगस्त के आखिरी सप्ताह में होने की उम्मीद है। लिहाजा विधानसभा सचिवालय ने विधायकों से विधानसभा में पूछे जाने वाले सवालों की जानकारी मांग ली है। लाटरी सिस्टम के जरिये विधानसभा में पूछे जाने वाले सवालों का चयन होगा।

विधानसभा स्पीकर के सामने यह बात आई थी कि हर बार कुछ ही विधायकों के सवाल लगाए जाते हैं, जबकि अधिकतर विधायक सवाल पूछने से वंचित रह जाते हैं। पुरानी तमाम व्यवस्थाओं को खत्म कर स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने लाटरी सिस्टम के जरिये सवालों का चयन करने की परंपरा शुरू की है। विधायकों की मौजूदगी में सवालों का चयन किया जाता है। अमूमन विधानसभा का मानसून सत्र सितंबर में होता है, लेकिन इस बार अगस्त माह के आखिरी सप्ताह में मात्र तीन दिन के लिए यह सत्र आयोजित किया जाने वाला है।

विधानसभा में विधायकों के बैठने के सीङ्क्षटग प्लान में इस बार कोई बदलाव नहीं किया गया है। कोरोना से बचाव के प्रोटोकाल को विधानसभा में पूरी तरह से लागू किया जाएगा। एक विधायक के बैठने के लिए एक ही सीट होगी। थर्मल स्कैङ्क्षनग करने के बाद ही विधायक को विधानसभा में प्रवेश करने की अनुमति होगी। विधानसभा की कार्यवाही की रिपोर्टिंग के लिए मीडिया गैलरी चंडीगढ़ स्थित हरियाणा निवास में बनाई जाएगी। यहां बड़ी स्क्रीन के जरिये मीडियाकर्मी विधानसभा की कार्यवाही देख सकेंगे।

बजट सत्र तक पेपरलेस हो जाएगी हरियाणा विधानसभा

हरियाणा विधानसभा को पेपरलेस (कागज रहित) बनाने के स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता के प्रयास रंग लाते नजर आ रहे हैं। वैसे तो इस काम में दो से तीन साल का समय लगना था, लेकिन स्पीकर ने अगले बजट सत्र तक विधानसभा की समस्त कार्यवाही को कागज रहित बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। बजट सत्र अगले साल मार्च में आरंभ होगा, जो करीब एक पखवाड़े तक चलता है। विधानसभा के कागज रहित बनाने की प्रक्रिया पर करीब २० करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके लिए राशि का इंतजाम कर लिया गया है।

बिजनेस एडवाइजरी कमेटी तय करेगी सत्र की अवधि

हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता का कहना है कि विधानसभा के मानसून सत्र की तारीख पांच अगस्त को होने वाली मंत्रिमंडल की बैठक में तय होना संभव है। हर बार की तरह इस बार भी मानसून सत्र छोटा होगा, लेकिन वास्तविक अवधि विधानसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी में तय होगी। सुरक्षा के लिहाज से चाक चौबंद व्यवस्थाएं की जाएंगी। तीन राज्यों के पुलिस अधिकारियों की कमेटी ने जिन प्वाइंट्स पर सुरक्षा बढ़ाने की सिफारिश की है, वहां अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात होंगे।

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