मनोहरलाल बोले- यह जनता की जीत, हुड्डा अब ईवीएम को छोड़ कोई और बहाना तलाशें
मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने नगर निगम चुनाव में भाजपा की जीत को जनता की विजय बताया है। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि हुड्डा को अब हार के लिए ईवीएम को छोड़ अन्य बहाने ढ़ूंढ़ने चाहिए।
चंडीगढ, जेएनएन। पांच नगर निगमों के चुनाव में जीत से गद्गद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा ने भाजपा में विश्वास जता कर राज्य सरकार के चार साल में कार्यों पर मुहर लगाई है। यह वास्तव में जनता की जीत है। इसके साथ ही उन्होंने इस बात को खारिज कर दिया कि इस जीत से उत्साहित होकर राज्य में विधानसभा चुनाव अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के साथ नहीं कराएगी। उन्होंने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा ईवीएम का बहाना न बनाएं और अब कोई नया बहाना ढ़ूंढ़ें।
उन्हाेंने कहा कि पिछले दिनों तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार का कारण पार्टी से लोगों की नाराजगी नहीं थी। अलग वजहों से इन राज्यों में पार्टी की सत्ता गई। वहां हार प्रादेशिक कारणों से हुई। देश में जनता पूरी तरह से भाजपा के साथ है और आगे भी रहेगी।
नगर निगम चुनाव में भाजपा की जीत की खुशी में चंडीगढ़ मेें मुख्यमंत्री आवास पर जश्न मनाती महिलाएं।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा ईवीएम में गड़बड़ी किए जाने का आरोप लगाने पर प्रतिक्रिया जताते हुए मनोहरलाल ने कहा कि ईवीएम वाला बहाना अब पुराना हो गया। हर बार कांग्रेसी यही बहाना बनाते हैं। वे ईवीएम के पीछे पड़े हैं, लेकिन इसमें कोई ख़राबी तक नही बता पाते। जनता हमें जीत का सबक़ सिखाती रहे यही हमारी इच्छा है। इससे हमें और बेहतर कार्य करने का हौसला मिलता है।
मनोहरलाल ने राज्य में पानीपत, करनाल, यमुनानगर, हिसार और राेहतक नगर निगमों की जीत पर जनता और भाजपा कार्यकर्ताओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह जनता की जीत है। उन्होंने कहा, हम जाति की राजनीति नहीं करते हैं और न ही किसी जाति से भेदभाव करते हैं। हमारी सरकार राज्य में सभी क्षेत्रों के समान विकास का मंत्र पर कार्य कर रही है।
चंडीगढ़ स्थित अपने निवास पर सीएम ने कहा कि चार सालों में मौजूदा सरकार के बेहतरीन कार्यों का नतीजा है चुनाव परिणाम। उन्होंने कहा कि अमूमन किसी भी सरकार के आखिरी साल में लोग सत्ता के खिलाफ चले जाते हैं, लेकिन निकाय चुनाव में लोगों ने भाजपा की नीतियों पर मुहर लगा दी। यह भाजपा सरकार की उपलब्धियों की जीत है। मुख्यमंत्री ने एक बार फिर साफ किया कि विधानसभा के चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ नहीं होंगे।