हरियाणा में भर्तियों के दलालों पर कसा शिकंजा, अनिल नागर से मिली एचसीएस प्री-एग्जाम पास करने वालों की लिस्ट

हरियाणा सरकार राज्‍य में सरकारी भर्तियाें में सक्रिय दलालोंं पर शिकंजा कस रही है। हरियाणा लोक सेवा आयोग के उपसचिव रहे अनिल नागर से एसचीएस प्री एग्‍जाम पास करने वालों की लिस्‍ट मिली है। इनमें से कई लोगोंं के साथ डील हो गई थी।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Tue, 23 Nov 2021 08:59 AM (IST) Updated:Tue, 23 Nov 2021 08:59 AM (IST)
हरियाणा में भर्तियों के दलालों पर कसा शिकंजा, अनिल नागर से मिली एचसीएस प्री-एग्जाम पास करने वालों की लिस्ट
अनिल नागर, अश्विनी शर्मा और नवीन कुमार को लोकसेवा आयोग कार्यालय में ले जाती हुई विजीलेंस ब्यूरो की टीम। (जागरण)

जागरण संवाददाता, पंचकूला। हरियाणा में सरकारी भर्तियों में सक्रिय दलालाें की अब खैर नहीं है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निर्देश पर विजिलेंस और सीआइडी ने भर्तियों में गोलमाल करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ दलालों पर कड़ा शिकंजा कस दिया है। हरियाणा लोक सेवा आयोग के उप सचिव रहे एचसीएस अधिकारी अनिल नागर से विजिलेंट की टीम ने एचसीएस का प्री-एग्जाम पास करने वाले उम्मीदवारों की लिस्ट बरामद की है। इस लिस्ट में 24 उम्मीदवारों के नाम बताए जाते हैं। चर्चा है कि इस लिस्ट में शामिल कुछ उम्मीदवारों के साथ अनिल नागर और उसके सहयोगियों की डील हो चुकी थी और कुछ से अभी करनी बाकी थी।

लिस्ट में शामिल हैं 24 उम्मीदवारों के नाम, कुछ से अभी किया जाना था नौकरी का सौदा

विजिलेंस की टीम ने अनिल नागर की निशानदेही पर हरियाणा लोक सेवा आयोग के पंचकूला कर्यालय से एक लेपटाप व प्रिंटर कब्जे में लिया है। इस लेपटाप में काफी मसाला होने की उम्मीद जताई जा रही है। सीआइडी और विजिलेंस की टीम मिलकर इस लेपटाप को एक्सपर्ट से अपने सामने खंगालने को कहेगी, ताकि नौकरियां बेचने वालों की तह में पहुंचा जा सकेगा। इससे पहले हरियाणा लोक सेवा आयोग की भर्तियों के नाम पर करोड़ों रुपये लेने के आरोपित एचसीएस अधिकारी अनिल नागर, अश्विनी शर्मा और नवीन कुमार को विजिलेंस ब्यूरो की टीम सोमवार को आयोग के पंचकूला कार्यालय लेकर पहुंची।

स्टेट विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने हरियाणा लोक सेवा आयोग के कार्यालय में की छापेमारी

एसपी सुधांशु गर्ग और डीएसपी शरीफ सिंह की अगुवाई में टीम ने आयोग के कार्यालय से कई दस्तावेज और प्रिंटर अपने कब्जे में लिए हैं। विजिलेंस ब्यूरो की टीम अनिल नागर सहित तीनों आरोपितों को हरियाणा लोक सेवा आयोग के कार्यालय में लेकर पहुंची और सोमवार देर रात तक आयोग के कार्यालय में छानबीन करती रही। विजिलेंस ने कुछ दस्तावेज भी बरामद किए हैं। जांच के दौरान ब्यूरो की ओर से पूरी वीडियोग्राफी करवाई गई थी, ताकि कोई यह अंगुली न उठा सके कि तथ्यों तथा दस्तावेजों को बदला गया है।

विजिलेंस टीम के आयोग कार्यालय पहुंचते ही अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। विजिलेंस की टीम अनिल नागर को सीधे उसके आफिस में ले गई। वहां पर उनके सभी डाक्यूमेंट की जांच की गई। एचसीएस प्री-एग्जाम में जुड़ी एक लिस्ट विजिलेंस को मिली है, जिसमें 24 उम्मीदवारों के नाम लिखे हैं। यह पास होने वाले उम्मीदवारों के नाम बताए जा रहे हैं। यह भी बताया जा रहा है कि एचसीएस परीक्षा में जिनके पास होने की लिस्ट मिली है, उनमें से कुछ के साथ डील फाइनल हो चुकी थी और कुछ के साथ अभी सेटिंग की जानी थी, लेकिन इससे पहले ही तमाम आरोपित विजिलेंस ब्यूरो की टीम के हत्थे चढ़ गए। साथ ही डेंटल सर्जन परीक्षा से जुड़े कुछ दस्तावेज भी विजिलेंस टीम को बरामद हुए हैं।

सूत्रों के अनुसार पास होने वाले उम्मीदवारों की लिस्ट आयोग के कार्यालय के प्रिंटर से निकाली गई थी, इसलिए प्रिंटर को कब्जे में लिया गया है, ताकि लिस्ट की स्याही का प्रिंटर की स्याही से मिलान किया जा सके। अनिल नागर का सरकारी लेपटाप भी कब्जे में लिया गया है, जिसमें कुछ ओर रिकार्ड मिलने की संभावना है। विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने आयोग के चेयरमैन आलोक वर्मा से भी मुलाकात की और बातचीत की।

इसके बाद कुछ अधिकारियों एवं अनिल नागर के स्टाफ से पूछताछ की गई। अनिल नागर की रोजाना की गतिविधियों के बारे में भी पूछा गया। एचपीएससी के चेयरमैन आलोक वर्मा ने कहा कि अभी मामले में जांच चल रही है। इसलिए अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। उन्होंने एचसीएस परीक्षा रद करने के बारे में कहा कि जांच के बाद ही कुछ कहा सकेगा।

सरकार के प्रति बढ़ेगा युवाओं का भरोसा

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल लगातार कह रहे हैं कि किसी भी कीमत पर भर्तियों में पारदर्शिता के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। भाजपा के सात साल के कार्यकाल में कई भर्ती गिरोह पकड़े गए हैं। मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव कृष्ण बेदी, उनके पूर्व ओएसडी जवाहर यादव और परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा का कहना है कि ऐसा पहली बार हुआ कि कोई सरकार गिरोहों का पर्दाफाश कर रही है। पिछली सरकारों का इतिहास रहा है कि ऐसे तमाम मामलों को दबाया जाता रहा है। यदि नौकरियां बेचने वाले पकड़ में आ रहे हैं तो यह सरकार की बड़ी कामयाबी है। इससे वास्तविक रूप से पढ़ने लिखने और नौकरी के लिए तैयारी करने वाले उम्मीदवारों का सरकार के प्रति भरोसा बढ़ेगा।

अनिल नागर के कार्यकाल में हुई भर्तियों की जांच

हरियाणा सरकार इस बात की भी जांच करा रही है कि जब से अनिल नागर लोक सेवा आयोग में उपसचिव के पद पर कार्यरत है, तब से लेकर अब तक कौन-कौन सी भर्तियां हुई हैं, इन सभी की लिस्ट तैयार कराई जा रही है। यदि सरकार के लोगों में सहमति बनी तो इन भर्तियों के रिजल्ट को रद भी किया जा सकता है अन्यथा जांच की तैयारी अवश्य चल रही है।

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