हरियाणा में मजदूरों के लिए बनेंगे सेफ कैंप, भोजन के साथ मिलेंगी तमाम सुविधाएं

हरियाणा सरकार ने मजदूरों के पलायन को देखते हुए ब़ड़ा कदम उठाया है। मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल ने श्रमिकों के लिए सेफ कैंप बनाने और खाना सति सभी सुविधाएं देने की घोषणा की है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Sat, 28 Mar 2020 07:28 PM (IST) Updated:Sat, 28 Mar 2020 07:28 PM (IST)
हरियाणा में मजदूरों के लिए बनेंगे सेफ कैंप, भोजन के साथ मिलेंगी तमाम सुविधाएं
हरियाणा में मजदूरों के लिए बनेंगे सेफ कैंप, भोजन के साथ मिलेंगी तमाम सुविधाएं

चंडीगढ़, जेएनएन। कोरोना के खिलाफ जंग के दौरान Lock Down के बावजूद हजारों की संख्‍या में प्रवासी मजदूर पैदल ही सैकड़ों किलोमीटर दूर स्थित अपने गांवों की ओर लौट रहे हैं। दूसरे राज्यों के इन मजदूरों की तकलीफ की विचलित करने वाली खबरों के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस पर संज्ञान लिया है। उन्‍होंने कहा है कि सभी जिलों में सेफ कैंप बनाकर इन श्रमिकों के ठहरने और भोजन की व्यवस्था की जाएगी। सेफ कैंपों में इन श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी ताकि कोरोना के संक्रमण की स्थिति में उन्हें  क्वारंटाइन किया जा सके।

सभी जिलों की सीमाओं पर नाकाबंदी कर श्रमिकों को आगे बढ़ने से रोकेगी सरकार

मुख्यमंत्री ने शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संकट समन्वय समिति की बैठक लेते हुए यह निर्देश दिए। सीएम मनोहरलाल ने कहा कि ऐसे श्रमिकों की आवाजाही पर कड़ी निगरानी रखें और उन्हें सेफ कैंपों में रहने के लिए समझाएं। कैंप में मजदूरों को खाना, चिकित्सा व अन्य सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी।

उन्होंने अफसरों को यह सुनिश्चित करने की हिदायत दी कि अधिक से अधिक श्रमिकों को  सेफ कैंपों में रखा जाए। विशेष चिकित्सा शिविर लगाकर इन श्रमिकों को चिकित्सा परीक्षण की सुविधा दी जाए। सभी जिले की सीमाओं पर नाकाबंदी करके इन श्रमिकों को आगे बढ़ने से रोका जाएगा।

दूसरे राज्यों के मजदूरों पर निगाह रखेंगे अफसर, उद्यमियों से मांगा सहयोग

मनोहरलाल ने कहा कि सभी अधिकारी अपने जिलों में उद्योगपतियों से अनुरोध करें कि वे कारखानों और औद्योगिक इकाइयों में काम करने वाले श्रमिकों के रहने और भोजन की व्यवस्था करें। श्रमिकों को किसी भी हाल में जाने के लिए न कहा जाए।इसके अलावा जो लाभार्थी मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना और निर्माण श्रमिक बोर्ड सूची में शामिल नहीं हैं, उनके पंजीकरण में तेजी लाई जाए ताकि उन्हें एक हजार रुपये प्रति सप्ताह की वित्तीय सहायता दी जा सके।

स्वयंसेवी और सामाजिक संगठन करेंगे अनिवार्य सेवाओं में मदद

मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने अधिकारियों से कहा कि आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति श्रृंखला को सुचारू रूप से चलाने के लिए स्वयंसेवकों, सामाजिक संगठनों और गैर सरकारी संगठनों की मदद लें। घर द्वार पर आपूर्ति के लिए मोबाइल वैन लगाई जाएं। खासकर धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में साधु संतों के लिए विशेष व्यवस्थाएं की जाएं। बाजारों में भीड़ कम रखने और सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंडो को पूरा करने के लिए प्रत्येक जिले में दुकानें खोलने के बजाय घर द्वार पर वितरण की व्यवस्था की जानी चाहिए। पड़ोसी राज्यों से आने वाली सब्जियों और अन्य आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आवाजाही भी सुनिश्चित की जाए।

विदेश से लौटे लोगों पर रखें नजर

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विदेश से आए लोगों पर कड़ी निगरानी रखें। उनके स्वास्थ्य की जानकारी लगातार लेते रहें ताकि वायरस की श्रृंखला को रोका जा सके। सभी जिलों में कोविड- 19 के लिए आवश्यक वेंटिलेटर और अन्य आवश्यक चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।

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