ज्वैलर्स को दुविधा से बचाएगा पंजीकरण, उपभोक्ताओं को मिलेगी शुद्ध सोने की गारंटी

भारतीय मानक ब्यूरो (Indian Standards Bureau) ने सर्राफा कारोबारियों (Jewelers) को घर बैठे आनलाइन पंजीकरण कराने की सुविधा दी है।अधिकारियों ने इसके लिए मुहिम चलाई है। हरियाणा पंजाब हिमाचल उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के ज्वैलर्स का पंजीकरण होगा ।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Fri, 26 Mar 2021 07:32 PM (IST) Updated:Fri, 26 Mar 2021 07:32 PM (IST)
ज्वैलर्स को दुविधा से बचाएगा पंजीकरण, उपभोक्ताओं को मिलेगी शुद्ध सोने की गारंटी
ज्वैलर्स को दुविधा से बचाएगा पंजीकरण। सोने की सांकेतिक फोटो

जेएनएन, चंडीगढ़। सोने के आभूषणों और सोने से बनी शिल्प वस्तुओं पर एक जून से हालमार्क अनिवार्य कर दिए जाने के बाद भारतीय मानक ब्यूरो के उत्तर क्षेत्रीय कार्यालय ने सर्राफा कारोबारियों का पंजीकरण शुरू कर दिया है। देश में सिर्फ 10 फीसद और हरियाणा में मात्र पांच से आठ फीसद सर्राफा कारोबारी ऐसे हैं, जिन्होंने भारतीय मानक ब्यूरो के उत्तर क्षेत्रीय कार्यालय में अपना पंजीकरण करा रखा है। भारतीय मानक ब्यूरो ने सर्राफा कारोबारियों को बिना कार्यालय आए अपना आनलाइन पंजीकरण कराने की सुविधा प्रदान की है।

कोई भी इंडस्ट्री आवश्यक नियम और शर्तें पूरी कर अपने उत्पाद पर ISI का मार्का लगा सकती है, लेकिन किसी भी स्वर्ण आभूषण पर हालमार्क लगाने के लिए कोई सर्राफा कारोबारी अधिकृत नहीं होता। इसके लिए भारतीय मानक ब्यूरो के अधिकृत सेंटर के जरिये ही हालमार्क लगाया जा सकता है। देशभर में ऐसे केंद्रों की संख्या एक हजार तथा उत्तर क्षेत्रीय कार्यालय के अधीन केंद्रों की संख्या सौ के आसपास है।

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भारतीय मानक ब्यूरो के उत्तर क्षेत्रीय कार्यालय के अंतर्गत फरीदाबाद को छोड़कर पूरा हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड राज्य आते हैं। ब्यूरो की हरियाणा शाखा के प्रमुख एवं वैज्ञानिक (ई) डीके सिंगला के अनुसार सभी सर्राफा कारोबारियों को घर बैठे ई-पंजीकरण की सुविधा प्रदान की गई है। पांच करोड़ रुपये तक की टर्नओवर वाले सर्राफा कारोबारी को पांच साल के लिए मात्र 7500 रुपये की फीस देनी होगी। इस पर जीएसटी अलग से रहेगा। ऐसे तमाम कारोबारी बिना किसी डर या भय के ई-बीआइएस साइट पर जाकर अपना पंजीकरण भारतीय मानक ब्यूरो के साथ करा सकते हैं।

डीके सिंगला की फाइल फोटो। 

भारतीय मानक ब्यूरो के वैज्ञानिक (सी) दीपक कुमार के अनुसार सर्राफा कारोबारियों को जागरूक बनाने के लिए सभी राज्यों में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। हरियाणा में अंबाला व करनाल से इसकी शुरुआत हो चुकी है। चंडीगढ़ के सेक्टर 27-बी मध्य मार्ग पर ब्यूरो का क्षेत्रीय कार्यालय है। उन्होंने बताया कि फरीदाबाद जोन अलग है। इसमें 10 जिले आते हैं। हरियाणा के बाकी 12 जिलों के 550 सर्राफा कारोबारियों ने अभी तक अपना रजिस्ट्रेशन भारतीय मानक ब्यूरो के साथ करा लिया है। बाकी सर्राफा कारोबारी भी अपनी खुद की सहुलियत तथा लोगों की सुविधा व सोने की शुद्धता के लिए अपना पंजीकरण करा सकते हैं। पंजीकरण के बाद उन्हें यह अधिकार मिल जाएगा कि वह भारतीय मानक ब्यूरो के अधिकृत केंद्र से सोने की क्वालिटी चैक करवाकर उस पर हालमोर्क का निशान लगवा सकते हैं।

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भारतीय मानक ब्यूरो के उत्तर क्षेत्रीय शाखा प्रमुख डीके सिंगला ने बताया कि एक जून के बाद गहनों को बिना हालमार्किंग स्टांप के नहीं बेचा जा सकेगा। हालांकि कंज्यूमर अपने गहनों को बेच या एक्सचेंज कर सकते हैं, लेकिन ग्राहक गहने की शुद्धता के हिसाब से उसे बाजार भाव में बेच सकेंगे। नए नियमों के तहत ज्वैलरी विक्रेता केवल 14, 18 और 22 कैरेट सोने से बने हालमार्क वाले आभूषण और स्वर्ण कलाकृतियां ही बेच सकेंगे। डीके ङ्क्षसगला के अनुसार हालमार्क एक तरह से शुद्धता का प्रमाण है। भारतीय मानक ब्यूरो उपभोक्ता मंत्रालय के तहत आता है। गहनों में मिलावट रोकने के लिए हालमार्किंग की व्यवस्था है।

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