फरीदाबाद और गुरुग्राम सहित दक्षिण हरियाणा के लोगों को राहत, अब मिलेगा यमुना का साफ व स्वच्छ पानी
फरीदाबाद और गुरुग्राम सहित दक्षिण हरियाणा के लोगों को बड़ी राहत मिली है। अब इन शहरों सहित दक्षिण हरियाणा के शहरों को यमुना नदी का साफ और स्वच्छ पानी मिलेगा। एनजीटी ने इस संबंध में आदेश जारी है।
नई दिल्ली ,राज्य ब्यूरो। फरीदाबाद और गुरुग्राम सहित दक्षिण हरियाणा के लोगों के लिए बड़ी राहत की बात है। अब इन शहरों के लोगों को यमुना नदी का साफ और स्वच्छ पानी मिलेगा। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) का यमुना की सफाई पर आए एक ताजा आदेश से दक्षिण हरियाणा के लिए साफ पानी की आपूर्ति का मार्ग प्रशस्त हुआ है। दक्षिण हरियाणा के फरीदाबाद, पलवल, गुरुग्राम, नूंह जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सिंचाई और पेयजल के लिए यमुना सहित आगरा व गुरुग्राम कैनाल से पानी लिया जाता है।
एनजीटी ने उत्तर प्रदेश को दी दिल्ली की गंदगी यमुना में डालने से रोकने की जिम्मेदारी
दिल्ली में यमुना नदी के ओखला बैराज से आगरा और गुरुग्राम कैनाल निकलती हैं। एनजीटी ने एक याचिका का निपटारा करते हुए कहा है कि ओखला बैराज तक यमुना का पानी दूषित केवल दिल्ली की गंदगी के कारण होता है। इसे रोकने की जिम्मेदारी एनजीटी ने उत्तर प्रदेश पर्यावरण प्रभाव आकलन प्राधिकरण करेगा।
बता दें, हरियाणा के यमुनानगर स्थित हथनीकुंड बैराज से यमुना में जो पानी छोड़ा जाता है उसकी गुणवत्ता इतनी बेहतर होती है कि बिना फिल्टर के भी पानी पी सकते हैं। लेकिन दिल्ली में बह रही 154 किलोमीटर लंबी यमुना का पानी ओखला बैराज पहुंचते ही जहर हो जाता है। क्योंकि, इसमें दिल्ली के औद्योगिक व आवासीय क्षेत्रों की गंदगी डाली जा रही है। इससे दक्षिण हरियाणा को सिंचाई के लिए जहरीला पानी यमुना सहित आगरा व गुरुग्राम कैनाल से मिलता है। चूंकि फरीदाबाद, पलवल और नूंह के कुछ क्षेत्रों के लिए रेनीवेल योजना से पेयजल पहुंचाया जाता है, इसलिए इसकी गुणवत्ता को लेकर कई बार सवाल उठ चुके हैं।
हरियाणा सरकार ने दक्षिण हरियाणा की इस समस्या के समाधान के लिए दो साल पहले परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा की अध्यक्षता में क्षेत्र के सभी अन्य विधायकों की एक कमेटी का गठन किया था। कमेटी को दिल्ली सरकार से यमुना की गंदगी दूर करने के लिए प्रयास करने थे। हालांकि यह कमेटी कोरोना महामारी के चलते पिछले दो साल में एक बार भी दिल्ली सरकार से बात नहीं कर पाई है। अब परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा का कहना है कि हरियाणा के लिए उत्तर प्रदेश सरकार से दिल्ली पर शिकंजा कसवाना आसान रहेगा।