हरियाणा BJP के कोर टीम का फैसला- खुलकर फील्ड में निकलेंगे मंत्री, विरोध से निपटेगी पुलिस

हरियाणा में भाजपा और मंत्रियों का जगह-जग‍ह किसानों द्वारा विरोध हो रहा है। कई जगह इस विरोध ने हिंसक रूप ले लिया है। ऐसे में हरियाणा भाजपा की कोर टीम ने फैसला किया है कि मंत्री अब फील्‍ड में खुलकर जाएंगे और विरोध से पुलिस निपटेगी।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Wed, 07 Apr 2021 05:24 PM (IST) Updated:Wed, 07 Apr 2021 08:12 PM (IST)
हरियाणा BJP के कोर टीम का फैसला- खुलकर फील्ड में निकलेंगे मंत्री, विरोध से निपटेगी पुलिस
हरियाणा भाजपा के प्रधान ओमप्रकाश धनखड़ और हरियाणा सीएम मनोहरलाल। (फाइल फोटो)

चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा में किसान जत्थेबंदियों से जुड़े कुछ लोगों के विरोध को दरकिनार करते हुए भाजपा व जजपा नेताओं ने जनता के बीच सार्वजनिक कार्यक्रमों में जाने का निर्णय लिया है। भाजपा नेताओं की कोर टीम में फैसला किया है कि इसके लिए विरोध करने वाले लोगों के प्रति यदि सरकार को सख्ती करनी पड़ी तो वह पीछे नहीं हटेगी। अभी तक सरकार ने इन प्रदर्शनकारियों के प्रति नरम रुख अपनाया हुआ था, लेकिन प्रदेश में अराजकता का माहौल बनने से रोकने के लिए सरकार अब किसी रियायत के मूड में नहीं है।

भाजपा की कोर टीम ने बनाई अराजक तत्वों से निपटने की रणनीति

मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आवास पर हुई भाजपा के प्रमुख नेताओं की बैठक में अराजक किस्म के लोगों से निपटने की रणनीति तैयार की गई। इस बैठक में केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, गृह मंत्री अनिल विज, शिक्षा एवं संसदीय कार्य मंत्री कंवरपाल गुर्जर, भाजपा के प्रदेश महामंत्री संजय भाटिया और वेदपाल एडवोकेट समेत कई प्रमुख नेताओं ने इस बैठक में भाग लिया। राज्‍य के गृहमंत्री अनिल विज इस बात से खारे नाराज हैं कि मुट्ठी भर लोगों के विरोध की वजह से भाजपा व जजपा नेताओं ने सार्वजनिक कार्यक्रमों में जाना बंद कर दिया है।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निवास पर रात्रिभोज के दौरान हुआ कई मुद्दों पर मंथन

गृह मंत्री विज को इस बात पर भी ऐतराज है कि गोहाना के पूर्व विधायक किताब सिंह मलिक को श्रद्धांजलि देने जाने की बजाय मुख्यमंत्री के आंवलावासियों के नाम पत्र लिखा। उनकी राय थी कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल वहां जाते। उनके नहीं जाने से किसान जत्थेबंदियों से जुड़े कुछ उग्र प्रवृत्ति के लोगों का हौसला बढ़ा है। उन्होंने सलाह दी कि भाजपा व जजपा नेता पहले की तरह सार्वजनिक कार्यक्रमों में जाएं। यदि कहीं असुरक्षा के हालात पैदा हुए तो पुलिस वहां अपनी ड्यूटी का पूरी जिम्मेदारी के साथ निर्वाह करेगी। बैठक में उदाहरण दिया गया कि छह अप्रैल को पार्टी के स्थापना दिवस पर हर जिले में कार्यक्रम हुए हैं। करीब 20 हजार बूथों पर ये कार्यक्रम हुए हैं।

भाजपा अब 14 अप्रैल को बाबा साहब डा. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर हर जिले में कार्यक्रम करेगी। इन कार्यक्रमों में भाजपा के केंद्रीय नेता, मंत्री, सांसद, विधायक और पार्टी नेता व कार्यकर्ता भागीदारी करेंगे। इन कार्यक्रमों में यदि किसी ने कोई विघ्न डाला तो पुलिस उनके साथ सख्ती से पेश आएगी। बैठक में शामिल अधिकतर नेता इस बात पर सहमत थे कि पार्टी संगठन और सरकार के कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर भागीदारी की जाएगी।

गृह मंत्री विज ने भरोसा दिलाया कि ऐसे कार्यक्रमों में पुख्ता सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस की होगी और सीआइडी को अपना काम मजबूती के साथ करना होगा। बैठक में पार्टी के संगठनात्मक मसलों पर भी बातचीत की गई। सहमति बनी कि राष्ट्रीय नेताओं के दिल्ली में पहुंच जाने के बाद भाजपा के प्रदेश संगठन को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके बाद रात्रिभोज का आयोजन किया गया।

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