हरियाणा में बड़े शहरों में विकास काे पंख लगाएंगे महानगरीय विकास प्राधिकरण

हरियाणा में महानगरीय विकास प्राधिकरण से बड़े शहरों के विकास को पंख लगेंगे। गुरुग्राम और फरीदाबाद के बाद पंचकूला को हरियाणा सरकार महानगर के रूप में विकसित करेगी। इससे पूरे क्षेत्र का औद्योगिक विकास होगा। सरकार इसे ट्राइ सिटी का सबसे अच्‍छा शहर बनाएगी।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Thu, 10 Jun 2021 01:27 PM (IST) Updated:Thu, 10 Jun 2021 01:27 PM (IST)
हरियाणा में बड़े शहरों में विकास काे पंख लगाएंगे महानगरीय विकास प्राधिकरण
हरियाणा में महानगर विकास प्राधिकरण बड़े शहरों का विकास होगा। (फाइल फोटो)

चंडीगढ़, जेएनएन। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम और फरीदाबाद की तस्वीर बदलने में महानगरीय विकास प्राधिकरण का प्रयोग सफल होने के बाद अब प्रदेश के दूसरे बड़े शहरों में भी इसी तर्ज पर काम होगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सूबे की राजधानी से सटे पंचकूला को ट्राई सिटी (चंडीगढ़, मोहाली और पंचकूला) का सबसे बेहतर शहर बनाने के लिए पंचकूला महानगरीय विकास प्राधिकरण (पीएमडीए) का गठन कर इस दिशा में मजबूत कदम बढ़ा दिए हैं। अगले चरण में सीएम सिटी करनाल और हिसार के लिए महानगरीय विकास प्राधिकरण बनाने की योजना है जिससे इन दोनों जिलों में विकास को पंख लगेंगे।

गुरुग्राम और फरीदाबाद में सफल रहा प्रयोग अब पंचकूला में भी लागू

गुरुग्राम और फरीदाबाद की तर्ज पर अन्य जिलों को विकसित करने के लिए चरणबद्ध तरीके से मास्टर प्लान बनाया गया है। पंचकूला को मोहाली और चंडीगढ़ की टक्कर में खड़ा करने के लिए पीएमडीए को कई शक्तियां दी जाएंगी जिससे निवेशकों को लुभाकर ईज आफ लिविंग एंड बिजनेस इंडेक्स में हरियाणा की स्थिति सुधारी जा सके।

इसके लिए विभिन्न विकास शुल्क और करों को पहले ही लगभग एक तिहाई कम करते हुए मोहाली और जीरकपुर के बराबर लाने की कवायद शुरू की गई है। पंचकूला को स्मार्ट सिटी, पर्यटन स्थल, शिक्षा और मेडिसिटी हब के रूप में विकसित करने के लिए तैयार रोडमैप को सिरे चढ़ाने में पीएमडीए की अहम भूमिका होगी।

अगले चरण में हिसार और करनाल के लिए तैयार हो रहा रोडमैप, फिर दूसरे शहरों की बारी

पंचकूला में प्रदेश की पहली संयुक्त फूड व ड्रग टेस्टिंग लैब पर तेजी से काम चल रहा है। सोनीपत की तर्ज पर चंडी मंदिर में एजुकेशन सिटी बनाने के लिए जगह की तलाश कर ली गई है। राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (निफ्ट) युवाओं के लिए नए दरवाजे खोलेगा। चूंकि पंचकूला एक तरह से हिमाचल और दिल्ली का गेट-वे है, इसलिए यहां औद्योगिक और लाजिस्टिक हब के लिए अपार संभावनाएं हैं।

बरवाला में दवा उद्योग को प्रोत्साहन के लिए बद्दी इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन के साथ मिलकर रणनीति बनाई जा रही है। पंचकूला आइटी पार्क को साफ्टवेयर टेक्नोलाजी पार्क्स आफ इंडिया के साथ संचालित करने से तकनीकी क्षेत्र में प्रदेश की स्थिति और सुदृढ़ होगी। स्टेट-आफ-आर्ट पुरातात्विक संग्रहालय सभी को लुभाएगा।

 माेरनी में पैराग्लाइडिंग से शिफ्ट होंगे हिमाचल जाने वाले पर्यटक

पैराग्लाइडिंग के लिए मोरनी को एडवेंचर स्पाट के रूप में विकसित करने से हिमाचल प्रदेश जाने वाले पर्यटक यहां की ओर मुड़ेंगे। पर्वतारोहण के लिए ट्रैकिंग रूट ऐसे बनाए जाएंगे कि युवा शाम को आसानी से गंतव्य स्थल पर पहुंच जाएं। होम स्टे/फार्म स्टे पालिसी जल्द ही लागू कर दी जाएगी। पहाड़ों के लिए टूरिज्म सर्किट रूट, माउंटेन ट्रेल और माउंटेन बाइकिंग के लिए रास्तों की पहचान कर ली गई है।

हिसार के बाद पंचकूला से भी मिलेगी एयर टैक्सी

हिसार की तर्ज पर पंचकूला में भी एयर टैक्सी की सुविधा मिलेगी। यहां से पर्यटक हिंडन, शिमला, धर्मशाला, कुल्लू-मनाली जैसे पर्यटन स्थलों के लिए उड़ान भर सकेंगे। पंचकूला से मोरनी रोड के किनारे करीब 20 एकड़ में नक्षत्र वाटिका, सुगंध वाटिका और राशि वन पर्यटकों और निवेशकों को खूब लुभाएंगे। पिंजौर में फिल्म सिटी से बालीवुड और हरियाणवी फिल्मकारों के साथ ही पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश के फिल्म उद्योग को शूटिंग के लिए नए विकल्प मिलेंगे।

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