CM मनोहर लाल ने अफसरों से कहा, किसानों का दाना-दाना खरीदो; भूपेंद्र सिंह हुड्डा बोले- मजाक बनाकर रख दिया
Paddy Procurement in Haryana हरियाणा की मंडियों में धान की सरकारी खरीद शुरू हो गई है। सोमवार से सिस्टम पूरी तरह से पटरी पर आ जाएगा। अफसरों ने एक-एक दाना खरीदने के निर्देश दिए हैं। वहीं भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने व्यवस्थाओं को नाकाफी बताया है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। Paddy Procurement in Haryana: हरियाणा सरकार के हस्तक्षेप के बाद रविवार को जहां प्रदेश की मंडियों में धान की सरकारी खरीद शुरू हो गई है, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके सांसद बेटे दीपेंद्र हुड्डा मंडियों के दौरे पर निकल पड़े हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि धान खरीद के कार्य में किसानों को किसी तरह की परेशानी नहीं आनी चाहिए। हुड्डा ने कहा कि किसानों और उनकी फसल को सरकार ने मजाक बनाकर रख दिया है।
हरियाणा में तीन अक्टूबर से धान की खरीद शुरू होने के बाद वह किसान भी मंडियों में अपनी फसल लेकर आए, जिन्हें शेड्यूल के हिसाब से एक व दो अक्टूबर को मंडियों में आना था। तीन अक्टूबर को एक, दो व तीन अक्टूबर को धान मंडियों में लाने वाले किसानों की फसल खरीदी गई। चार अक्टूबर यानी सोमवार से खरीद प्रक्रिया पटरी पर आ जाएगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि बारिश की वजह से धान में नमी के चलते एफसीआइ धान की खरीद 11 अक्टूबर से करना चाहती थी, लेकिन हमने किसानों की परेशानी और जरूरत को समझा। तुरंत दिल्ली गए और केंद्र सरकार से अनुरोध कर हमने तीन अक्टूबर से ही खरीद आरंभ कराई।
कृषि मंत्री जेपी दलाल ने बताया कि किसानों को धान की फसल की बिक्री करने में किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए खरीद संबंधी सभी औपचारिकताओं का सही पालन करना जरूरी है। हर मंडी में बिजली, पीने के पानी और शौचालयों का उचित प्रबंध करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं। अनाज मंडियों में धान में नमी को सोखने व सफाई के लिए इलेक्ट्रिक झरने भी उपलब्ध करवाए गए हैं। कई जिलों में इस बार अधिक धान खरीद की संभावना है। इसके लिए अनाज मंडी के मुख्य व निकासी द्वार पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए गये। मंडियों में खरीद से संबंधित रिकार्ड पूर्ण रूप से तैयार करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा व सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि यह सरकार किसानों की पीड़ा नहीं समझ सकती। पहले 25 सितंबर को धान की खरीद का वादा किया गया। फिर एक अक्टूबर के लिए बोला गया। अचानक आदेश आता है कि 11 अक्टूबर को धान की खरीद होगी। मंडी में खुले आसमान के नीचे धान लेकर बैठे किसान के सामने मौसम अब भी चुनौती बना हुआ है। सरकारी खरीद के इंतजार में किसान प्राइवेट एजेंसियों के हाथों लुट चुके हैं। जिन किसानों ने एमएसपी से कम रेट पर फसल बेची है, उनके नुकसान की भरपाई करनी चाहिए।
धान का एमएसपी बढ़ने से किसानों के खातों में आएंगे 400 करोड़ अतिरिक्त
जननायक जनता पार्टी के प्रधान महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा है कि इस बार खरीफ सीजन 2021-22 की सरकारी फसल खरीद के दौरान हरियाणा के धान उत्पादक किसानों को 400 करोड़ रुपये से ज्यादा का अतिरिक्त लाभ पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि ये सब किसानों को समृद्ध व खुशहाल बनाने के लिए सरकार द्वारा निरंतर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में की जा रही बढ़ोतरी का परिणाम है। साथ ही दिग्विजय चौटाला ने किसानों के हित में हरियाणा में धान की खरीद शुरू करवाने के लिए केंद्र सरकार, प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का आभार जताया और बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार को किसान हितैषी बताया।