हरियाणा लोकसेवा आयोग में नियुक्तियों के लिए लाबिंग, चार खाली पदों में से दो पर जजपा का दावा, जानें कौन हैं दौड़ में

हरियाणा लोकसेवा आयोग में दो और पद खाली हो रहे हैं। इसके बाद आयोग में चार पद खाली हो जाएंगे। इनमें नियुक्तियों के लिए लाबिंग शुरू हाे गई है आयोग के चार खाली पद में से जजपा का दो पर दावा है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 04:02 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 06:00 PM (IST)
हरियाणा लोकसेवा आयोग में नियुक्तियों के लिए लाबिंग, चार खाली पदों में से दो पर जजपा का दावा, जानें कौन हैं दौड़ में
हरियाणा लोकसेवा आयोग में खाली चार पदों में से दाे पद पर दुष्‍यंत चौटाला के पसंद की नियुक्ति होगी।

चंडीगढ, जेएनएन। हरियाणा लोक सेवा आयोग (Haryana Public Service Commission) में चार पदाें पर नियुक्तियों के लिए लाबिंग शुरू हो गई है। आयोग के दो सदस्यों डा. कुलबीर छिकारा और डा. वंदना शर्मा का सोमवार को कार्यकाल पूरा हो रहा है। दो सदस्यों डा. राजेश वैद्य और नीलम सिंह का कार्यकाल पहले ही पूरा हो चुका है। राज्य सरकार अब इन चारों पदों के लिए नई नियुक्तियां करने जा रही हैं। चार सदस्यों में से अधिकतम दो पर भाजपा की साझीदार जननायक जनता पार्टी के नेता दुष्यंत चौटाला की पसंद के उम्मीदवार नियुक्त किए जा सकते हैं।

 हरियाणा लोकसेवा आयोग करता है प्रथम और द्वितीय श्रेणी की भर्तियां

हरियाणा लोकसेवा आयोग प्रथम और द्वितीय श्रेणी की भर्तियां करता है। आयोग के चेयरैन व सदस्यों का पद संवैधानिक है तथा इन पर नियुक्तियों के लिए राजनीतिक स्तर पर खूब मारामारी रहती है। वन विभाग से रिटायर हुए आइएफएस अधिकारी आलोक वर्मा फिलहाल हरियाणा लोक सेवा आयोग के चेयरमैन हैं। चेयरमैन के पद पर हालांकि पिछली सरकारों में राजनीतिक चेहरों की ही नियुक्तियां होती आई हैं, लेकिन मौजूदा सरकार ने यह पुराना ट्रेंड बदलने की कोशिश की है। सीएम के एडीसी रह चुके आलोक वर्मा से पहले रिटायर्ड डीजीपी आरके पचनंदा आयोग के चेयरमैन थे। इस पद पर सरकार उनकी दूसरी बार नियुक्ति करना चाहती थी, लेकिन उम्र आड़े आ गई।

सदस्यों के दो पद कल हो रहे हैं खाली, दो पद पहले से चल रहे रिक्त

आलोक वर्मा मुख्यमंत्री मनोहर लाल के विश्वसनीय हैं। हरियाणा लोक सेवा आयोग में चेयरमैन के एक पद समेत नौ सदस्यों का प्रविधान है। अब चेयरमैन समेत पांच सदस्य काम कर रहे हैं। इनमें आलोक वर्मा के अलावा डा. पवन, सुरेंद्र गहलोत, नीता खेड़ा, जयभगवान गोयल शामिल हैं। इन चारों सदस्यों का कार्यकाल अभी बाकी है।

राज्य सरकार हाल ही में रिटायर्ड हुए कुछ अधिकारियों को भी यहां एडजेस्ट कर सकती है, लेकिन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की ओर से सुझाव दिया गया है कि पार्टी के प्रमुख कार्यकर्ताओं को तवज्जो दी जानी चाहिए। इसलिए दो से तीन पदों पर भाजपा के समर्पित कार्यकर्ताओं की नियुक्ति की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता।

चारों पदों पर नियुक्तियों के लिए भाजपा व जजपा नेता लालायित

भाजपा और जजपा में इन पदाें के लिए कई नेता और आला नेताओं के करीबी भी लालायित हैं। भाजपा के साथ सरकार में साझीदाहर जननायक जनता पार्टी के नेता भी लंबे समय से मंत्रिमंडल विस्तार तथा बोर्ड एवं निगमों के चेयरमैन समेत अन्य राजनीतिक नियुक्तियों का इंतजार कर रहे हैं।

दो दिन पहले ही डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला भाजपा हाईकमान को इन सब बातों की याद दिलाने के लिए गृह मंत्री अमित शाह से मिले हैं। इससे पहले उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी अलग-अलग समय में मुलाकात हो चुकी है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी प्रधानमंत्री मोदी से मिलकर आ चुके हैं। लिहाजा जजपा की ओर से इन पदों पर नियुक्तियों के लिए दबाव से इन्कार नहीं किया जा सकता है।

chat bot
आपका साथी