बिजली मीटर बंद है या जल गया तो तुरंत बदलवा लें, अन्यथा भुगतना पड़ेगा खामियाजा, आ सकता है भारी भरकम बिल
यदि बिजली मीटर बंद है जल गया है या गायब हो गया तो उसके बदले में नया मीटर तुरंत लगवा लें अन्यथा भारी खामियाजा भुगतना प़ड़ सकता है। ऐसी उपभेक्ताओं को भारी भरकम औसत बिल आ रहा है।
चंडीगढ़, [सुधीर तंवर]। अगर आपका बिजली मीटर बंद है या जल गया है अथवा गायब हो गया है तो तुरंत नया मीटर लगवा लें। अन्यथा खामियाजा भुगतना और भारी बिजली बिल चुकाना पड़ सकता है। दरअसल, हरियाणा में मीटर रीडिंग में गड़बड़ी और उपभोक्ताओं द्वारा खपत की गई बिजली की तुलना में भारी भरकम बिल थमाने की शिकायतें आम हैं। कोरोना काल में यह समस्या और गहरा गई है।
13 फीसद बिजली उपभोक्ताओं के मकान-मीटर बंद, किसी के जले तो किसी के गायब
प्रदेश में करीब 13 फीसद उपभोक्ता ऐसे हैं जिनके मीटर की रीडिंग न लेकर औसत आधार पर बिजली के बिल थमा दिए गए हैं। इनमें से किसी का मीटर बंद है तो किसी का मीटर जल गया। किसी का मकान बंद है तो किसी का मीटर ही गायब है।
तीन लाख 32 हजार उपभोक्ताओं को मीटर रीडिंग लिए बगैर ही थमाए जा रहे बिल
बिजली उपभोक्ताओं को अप्रैल में भेजे गए मार्च के बिल में बिजली निगमों ने तीन लाख 32 हजार उपभोक्ताओं को मीटर की रीडिंग लिए बगैर ही बिल जारी कर दिए। इनमें दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचवीबीएन) के एक लाख 18 हजार तथा उत्तरी हरियाणा बिजली वितरण निगम (यूएचवीबीएन) के दो लाख 14 हजार उपभोक्ता शामिल हैं। यूएचबीवीएन की ओर से 86.19 फीसद बिल वास्तविक रीडिंग के आधार पर तैयार किए गए, जबकि डीएचवीबीएन ने 87.95 फीसद लोगों को ही वास्तविक रीडिंग के आधार पर बिल जारी किए हैं।
राहत की बात यह कि संक्रमण की धीमी पड़ती रफ्तार और गलत बिलों की शिकायतों के अंबार के बाद भी बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं के बिलों में संशोधन किया जा रहा है। महकमे द्वारा तैयार कराई गई रिपोर्ट के मुताबिक यूएचबीवीएन के नौ सर्किल में 2.39 फीसद मीटर बंद हैं। 1.83 फीसद मकान बंद मिले। इस कारण दो लाख 14 हजार लोगों को औसत आधार पर बिल जारी करने पड़े।
4631 बिल हाई बिल ट्रैप श्रेणी में आते हैं। 37 हजार 770 मीटर डेड स्टाप मिले। 13 हजार 740 मीटर निर्धारित स्थान से गायब पाए गए। 8370 मीटर या तो जल चुके हैं या फिर दिखाई नहीं दिए।निगम के 28 हजार 973 मीटर खराब पड़े हैं। इसके साथ ही रीडिंग न ले पाने और अन्य कारणों की श्रेणी में एक लाख 17 हजार 765 मीटर आते हैं।
शिकायतों के ढेर लगे तो बिलों में किया संशोधन, मीटरों की खामियां ठीक करने के लिए जवाबदेही तय
बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने बिलों की त्रुटियों को ठीक करने के लिए जिला स्तर से लेकर उपमंडल स्तर के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। एसडीओ व जेई स्तर पर भी उपभोक्ता अपने बिलों की त्रुटि को ठीक करवा सकते हैं। बिजली मंत्री ने कहा कि जिन लोगों के मीटर बंद हैं या फिर खराब हैं, उन्हें चालू करवाने के लिए निगम से संपर्क करें ताकि उन्हें भविष्य में किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े।
उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम का हाल श्रेणी- घरेलू उपभोक्ता लो टेंशन गैर घरेलू आपूर्ति कुल बिल जारी - 13,82,240 - 24,608 - 1,75,236 - 15,82,084 वास्तविक रीडिंग बेस - 11,95,278 - 20,989 1,47,371 - 13,63,638 हाई बिलिंग ट्रैप - 3,213 - 189 - 1,229 - 4 ,631 बंद मीटर - 35,756 - 85 - 1929 - 37,770 गायब मीटर - 11,604 - 111 - 2,025 - 13,740 जले मीटर - 7,784 - 54 - 532 - 8,370 खराब मीटर - 5,852 - 564 - 1,294 - 7,710 परिसर बंद - 23,911 - 790 - 7,272 - 28,973 अन्य कारण - 98,842 - 2,339 - 16,584 - 1,17,765
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दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम का हाल श्रेणी घरेलू आपूर्ति - गैर घरेलू आपूर्ति - लो टेंशन कुल बिल जारी - 7,70,439 - 1,84,150 - 25,818 - 9,80,407 वास्तविक रीडिंग बेस - 6,78,408 - 1,61,448 - 22,427 - 8,62,283 हाई बिलिंग ट्रैप - 10,172 - 1,842 - 1,029 - 13,043 बंद मीटर - 3,331 - 249 - 20 - 3,600 गायब मीटर - 5,500 - 1,445 - 337 - 7,282 देखे नहीं जा सके मीटर - 33,511 - 10,052 - 1,441 - 45,004 जले मीटर - 3,879 - 210 - 45 - 4,234 खराब मीटर - 12,986 - 2,679 - 158 - 15,823 परिसर बंद - 13,170 - 3,272 - 486 - 26,928 अन्य कारण - 19,554 - 4,795 - 904 - 25,253
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