हुड्डा की हरियाणा कांग्रेस में बदलाव की आस बरकरार, विधायकों के दबाव से असमंजस में नेतृत्‍व

हरियाणा कांग्रेस मे बदलाव का पेंच फिर फंस गया लगता है। अशोक तंवर और किरण चौधरी के दावों के बावजूद भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थक विधायकों के दबाव से आलाकमान असमंजस में है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Tue, 19 Feb 2019 10:34 PM (IST) Updated:Wed, 20 Feb 2019 05:40 PM (IST)
हुड्डा की हरियाणा कांग्रेस में बदलाव की आस बरकरार, विधायकों के दबाव से असमंजस में नेतृत्‍व
हुड्डा की हरियाणा कांग्रेस में बदलाव की आस बरकरार, विधायकों के दबाव से असमंजस में नेतृत्‍व

नई दिल्ली, [बिजेंद्र बंसल]। हरियाणा में कांग्रेस के अध्यक्ष पद को लेकर फिर पेंच फंस गया है। मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष डॉ.अशोक तंवर और कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी को राज्य में किसी तरह का संगठनात्मक बदलाव होने की उम्मीद नहीं है। लेकिन, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थकों की आस अब भी बरकरार है। हुड्डा समर्थक विधायकों दबाव और लोकसभा चुनाव के समय चल रही खींचतान से कांग्रेस आलाकमान असमंजस की स्थिति में है। इसके साथ ही वह किसी तरह का जोखिम लेता दिखाई नहीं दे रहा है।

हुड्डा समर्थक विधायक पिछले नौ माह से हरियाणा कांग्रेस की कमान पूर्व मुख्यमंत्री को देने की मांग कर रहे हैं। इसके लिए वे कई बार दबाव की राजनीति भी अपना चुके। गुलाम नबी आजाद के प्रदेश प्रभारी बनने के बाद हुड्डा समर्थकों की यह आस यकीन में बदल गई थी, लेकिन अशोक तंवर और किरण चौधरी ने भी अपनी गति‍विधियां बढा दीं। उनकी एक के बाद एक हुई कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात के बाद मामला लटक गया।

बताया जाता है कि जींद उपचुनाव में हार के बाद कांग्रेस आलाकमान नहीं चाहता कि संगठन में किसी तरह का बदलाव हो, लेकिन हुड्डा समर्थक इससे कम पर मानने को तैयार नहीं हैं। एक बार तो लगने लगा था कि बदलाव तय है लेकिन अब जिस तरह से अशोक तंवर और किरण चौधरी आत्मविश्वास से लबरेज दिखाई दे रहे हैं, इसे देखकर कुछ हुड्डा समर्थकों को हौसला हल्का पड़ा है। इसके बावजूद हुड्डा के कुछ विधायकों को पूरा भरोसा है कि हरियाणा में पार्टी की जीत के लिए उनके नेता को ही कमान मिलेगी।

मंगलवार को विधानसभा सत्र से एक दिन पहले हालांकि हुड्डा ने दबी जुबान में यह माना भी कि वह किसी तरह के बदलाव को लेकर कोई मुद्दा नहीं बनाना चाहते। उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जिला स्तर पर तो अस्थायी कमेटियां बनाई जा सकती हैं। लेकिन कार्यकर्ताओं का हौसला बनाए रखने को उनके समर्थक विधायकों करण सिंह दलाल और कुलदीप शर्मा ने स्पष्ट तौर कह दिया कि हुड्डा के बिना हरियाणा में कांग्रेस की राह आसान इतनी आसान नहीं है। इतना ही नहीं राज्य संगठन में बदलाव के लिए विधायक कुलदीप बिश्नोई भी अपने लिए लॉबिंग कर रहे हैं।
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'' प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को बदलने के लिए आलाकमान को राज्य कार्यकारिणी ने अधिकृत किया हुआ है। नया प्रदेशाध्यक्ष कौन होगा, यह फैसला आलाकमान को ही करना है। हमने समय-समय पर प्रदेश प्रभारी महासचिव से लेकर अन्य वरिष्ठ नेताओं को इस बाबत विस्तार से राज्य की राजनीतिक जानकारी दी है।
                                                                                                      - कुलदीप शर्मा,विधायक, कांग्रेस।

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