हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र में दिखेगी विपक्ष की गरमी, भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बैठक बुलाई
हरियाणा विधानसभा का शीतकालीन सत्र 17 दिसंबर से शुरू होगा। यह सत्र खूब हंगामेदार होने की संभावना है। सत्र में उठने वाले मुद्दों पर लेकर नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 8 दिसंबर को चंडीगढ़ में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार को घेरने की रणनीति तैयार करने के लिए विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है। यह बैठक चंडीगढ़ में आठ दिसंबर को होगी। इससे पहले कांग्रेस विधायक एवं पूर्व मंत्री किरण चौधरी आज यानी सोमवार को मीडिया से रूबरू होकर विधानसभा में उठाए जाने वाले मुद्दों की जानकारी देंगी। कांग्रेस की चल रही इस तैयारी के मद्देनजर विधानसभा सत्र हंगामेदार होने के पूरे आसार हैं।
हरियाणा विधानसभा का शीतकालीन सत्र 17 दिसंबर को है। 21 दिसंबर तक यह सत्र चलने की उम्मीद है। वास्तविक रूप से सत्र की अवधि कितनी होगी, यह 16 दिसंबर को होने वाली विधानसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी में तय किया जाएगा। हुड्डा भी इस कमेटी के सदस्य हैं। अमूमन यह बैठक विधानसभा सत्र के दिन ही होती है, लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा कि एक दिन पहले मीटिंग बुलाई गई है।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक आठ दिसंबर को हुड्डा के आवास पर होगी। हुड्डा सात दिसंबर की शाम को चंडीगढ़ पहुंचेंगे। आठ दिसंबर को बैठक करने के बाद वह वापस दिल्ली लौट जाएंगे। फिर उनके 16 दिसंबर को बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में भागीदारी करने की उम्मीद है। 17 दिसंबर को विधानसभा सत्र के पहले दिन काफी हंगामा होने के आसार हैं। विधानसभा के बाहर आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवीन जयहिंद के नेतृत्व में कार्यकर्ता भर्तियों में गोलमाल का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन करेंगे। उन्हें विधानसभा तक नहीं पहुंचने दिया जाएगा। ऐसे में पुलिस व आप कार्यकर्ताओं में टकराव तय है।
कांग्रेस विधायक भी विधानसभा के भीतर भर्तियों में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए हंगामा करेंगे। कांग्रेस विधायक दल की बैठक में इसकी पूरी रूपरेखा तैयार होगी। कांग्रेस विधायकों की ओर से किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने, दिवगंत किसानों के परिजनों को मुआवजा व सरकार नौकरी देने तथा सोनीपत में शहीद स्मारक के लिए किसान संगठनों को जगह देने की मांग भी विधानसभा में उठाई जा सकती है। इनेलो के एकमात्र विधायक अभय सिंह चौटाला विधानसभा में गठबंधन की सरकार के साथ-साथ कांग्रेस को भी घेरते दिखाई देंगे।
तीन कृषि कानूनों के विरोध में उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन बाद में वह उपचुनाव में जीत गए। भाजपा व जजपा गठबंधन की सरकार के पास विपक्ष के सवालों का जवाब देने के लिए बहुत कुछ है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दरियादिली का जिक्र करते हुए उनके द्वारा तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए सरकार की ओर से धन्यवाद प्रस्ताव सदन में लाया जा सकता है। संसदीय कार्य मंत्री कंवरपाल गुर्जर व स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता शीतकालीन सत्र की समस्त तैयारियां देख रहे हैं। विधायकों को वैक्सीनेशन के बिना सदन में नहीं जाने दिया जाएगा।
फिर पकड़ा मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाओं ने जोर
हरियाणा में मंत्रिमंडल बदलाव और विस्तार की चर्चाएं लगातार जोर पकड़ रही हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल जहां इस बारे में कोई स्पष्ट बात नहीं कह रहे, वहीं उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना से इन्कार नहीं किया है। सूत्रों का कहना है कि जब तक मुख्यमंत्री की भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात नहीं हो जाती, तब तक मंत्रिमंडल में बदलाव संभव नहीं है। प्रधानमंत्री से मनोहर लाल की मुलाकात हो चुकी है। इस दौरान अगले कुछ दिनों में बोर्ड एवं निगमों के चेयरमैन बनाए जाने की भी चर्चाएं हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद करे विपक्ष : रमेश तंवर
भाजपा किसान मोर्चा की प्रांतीय कार्यकारिणी के सदस्य रमेश तंवर का कहना है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ के प्रयासों से प्रधानमंत्री ने तीन कृषि कानून वापस ले लिए हैं। अब कांग्रेस, इनेलो और किसान संगठनों को मिलकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का धन्यवाद कार्यक्रम आयोजित करना चाहिए। रमेश तंवर ने कहा कि भाजपा विधानसभा में विपक्ष के हर हमले का जवाब देने को तैयार है।