हरियाणा ने दूर की दिल्ली की परेशानी, राष्‍ट्रीय राजधानी को नहीं रुकेगी पानी की सप्लाई

Delhi- Haryana Water Issues हरियाणा और दिल्‍ली जल मुद्दे में नया मोड़ आ गया है। राष्‍ट्रीय राजधानी के लोगों के लिए राहत की बड़ी खबर है। दिल्‍ली के लोगों को गर्मियों में पानी के लिए नहीं तरसना पड़ेगा। हरियाणा होकर दिल्‍ली का पानी की सप्‍लाई जारी रहेगी।

By Sunil kumar jhaEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 10:49 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 06:09 AM (IST)
हरियाणा ने दूर की दिल्ली की परेशानी, राष्‍ट्रीय राजधानी को नहीं रुकेगी पानी की सप्लाई
हरियाणा से होकर दिल्‍ली को नहरी पानी की सप्‍लाई जारी रहेगी। (फाइल फोटो)

चंडीगढ़, जेएनएन। Haryana - Delhi Water Issue: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। भीषण गर्मी के बावजूद उन्हें पीने के पानी की कमी से नहीं जूझना पड़ेगा। दिल्‍ली को हरियाणा होकर नहरी पानी की सप्‍लाई जारी रहेगी। भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) का हाल-फिलहाल नंगल हाइडिल चैनल को मरम्मत के नाम पर बंद करने का कोई इरादा नहीं है। अगर थोड़ी बहुत मरम्मत की जरूरत पड़ी भी तो वह सामान्य प्रक्रिया है और उससे दिल्ली जाने वाले पानी की सप्लाई पर कोई विपरीत असर नहीं पड़ेगा।

बीबीएमबी ने दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा के आरोपों को सिरे से किया खारिज

दिल्ली में यमुना, गंगा, रावी-ब्यास व भूजल के इन चार स्रोत से पानी की सप्लाई होती है। रावी-ब्यास नदी का पानी नंगल हाइडिल चैनल से होते हुए हरियाणा की मूनक नहर के रास्ते दिल्ली पहुंचता है। यमुना से सप्लाई होने वाला पानी भी इसी मूनक नहर के जरिये दिल्ली जाता है। सामान्य तौर पर रावी-ब्यास नदी में 12 हजार क्यूसिक पानी बहता है। फिलहाल न तो बारिश हो रही और न ही पहाड़ों में बर्फ पिघल रही। लिहाजा आजकल पानी की सप्लाई नौ से 10 हजार क्यूसिक चल रही है। रावी-ब्यास नदी में अभी भी इतना पानी है, जिससे किसी राज्य के लोगों को पीने के पानी के संकट का सामना न करना पड़े।

नंगल चैनल को आज तक नहीं पड़ी मरम्मत की जरूरत, अभी भी जरूरत नहीं

दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने एक दिन पहले ही केंद्र सरकार पर खुला आरोप लगाया है कि वह दिल्ली के पानी की सप्लाई एक महीने तक बंद रखना चाहती है। पंजाब में पड़ने वाले नंगल हाइडिल चैनल की मरम्मत होनी है, जिस कारण रावी-ब्यास नदी से इस चैनल के जरिये हरियाणा की मूनक नहर के रास्ते आने वाले 232 एमजीडी पानी की सप्लाई ठप हो जाएगी।

रावी-ब्यास और यमुना में कम पानी के बावजूद प्रभावित नहीं होगी दिल्ली की जल सप्लाई

चंडीगढ़ स्थित भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड के कार्यालय में दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष के इस आरोप पर कड़ी आपत्ति जताते हुए पूरे वाटर सप्लाई सिस्टम की समीक्षा की गई। समीक्षा के बाद बीबीएमबी इस नतीजे पर पहुंचा कि नंगल हाइडिल चैनल के निर्माण से लेकर अभी तक कभी मरम्मत की जरूरत ही नहीं पड़ी। फिलहाल भी मरम्मत की जरूरत नहीं है। चूंकि रावी-ब्यास नदी में पानी सामान्य दिनों की अपेक्षा कम बह रहा है, इसलिए यदि किसी मुहाने पर मरम्मत की जरूरत है भी तो वह पानी की सप्लाई रोके बिना पूरी की जा सकती है। मरम्मत कहां और कब होनी है, अभी तो यह भी चिन्हित नहीं किया गया है।

हरियाणा के सिंचाई विभाग ने कहा हमने नहीं दी दिल्ली को चैनल बंद होने की कोई सूचना

बीबीएमबी के अधिकारियों ने दैनिक जागरण को बताया कि दिल्ली समेत किसी भी राज्य के लिए बीबीएमबी की ओर से पानी की सप्लाई में कटौती नहीं की जा रही है। कटौती की बात भ्रामक है। थोड़ी बहुत मरम्मत के दौरान भी चैनल के किसी गेट को बंद नहीं किया जाएगा। दिल्ली को उसके हिस्से का पूरा पानी मिलता रहेगा। यदि वहां पानी की कमी हुई तो वह चैनल बंद होने से नहीं होगी।

बता दें कि सीईए दिल्ली में चीफ इंजीनियर रह चुके संजय श्रीवास्तव बीबीएमबी के चेयरमैन हैं। इस बोर्ड में हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड और हिमाचल का प्रतिनिधित्व है। हरियाणा की ओर से सिंचाई विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेंद्र सिंह बीबीएमबी में सदस्य हैं। राघव चड्ढा की ओर से यह बयान भी दिया गया है कि हरियाणा के सिंचाई विभाग की ओर से नंगल हाइडिल चैनल बंद करने की सूचना दी गई, जबकि हरियाणा के अधिकारियों ने दिल्ली को ऐसी कोई सूचना देने से साफ इंकार किया है।

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हरियाणा के सिंचाई विभाग के चीफ इंजीनियर (कार्डिनेशन) संदीप बिश्नोई का कहना है कि यमुना में भी फिलहाल पानी कम बह रहा है। इसके बावजूद दिल्ली में पानी की सप्लाई बाधित नहीं है। बारिश आने व पहाड़ों में बर्फ पिघलने के बाद स्थिति में और सुधार होगा। गर्मी पड़नेके साथ ही पहाड़ों में बर्फ पिघलेगी।

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चीफ इंजीनियर (लेफ्ट कैनाल यूनिट) डा. सतबीर कादियान के अनुसार हरियाणा, पंजाब और दिल्ली में पानी की समस्या के स्थाई समाधान के लिए ही हरियाणा एसवाईएल नहर के निर्माण के लिए लालायित है। इसके लिए दिल्ली को हरियाणा की मदद करनी चाहिए। संदीप बिश्नोई व सतबीर कादियान ने यमुना में अतिरिक्त पानी छोड़ने संबंधी दिल्ली की मांग को यह कहते हुए नामुमकिन करार दिया कि यमुना में प्राकृतिक स्रोत से पानी आता है।

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