मनोहर के बाद हरियाणा के डिप्‍टी सीएम दुष्यंत दिल्ली में अमित शाह से मिले, कैबिनेट विस्‍तार को लेकर चर्चा

हरियाणा के उपमुख्‍यमंत्री दुष्‍यंत चौटाला दिल्‍ली पहुंचे और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। कुछ दिन पहले राज्‍य के मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल दिल्‍ली दरबार पहुंचे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह सहित कई केंद्रीय नेताओं से मुलाकात की थी।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 07:32 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 07:09 AM (IST)
मनोहर के बाद हरियाणा के डिप्‍टी सीएम दुष्यंत दिल्ली में अमित शाह से मिले, कैबिनेट विस्‍तार को लेकर चर्चा
नई दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करने पहुंचे हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला। (फोटो सौजन्य: जजपा पीआरओ)

नई दिल्ली, [बिजेंद्र बंसल]। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के बाद अब उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला दिल्ली दरबार पहुंचे। दुष्यंत ने शुक्रवार सायं गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। यह मुलाकात 20 मिनट तक चली। बताया जाता है कि दुष्‍यंत ने अमित शाह काे हरियाणा कैबिनेट के विस्‍तार और जजपा कोटा एक मंत्री बनाए जाने को लेकर बात की। शाह से मुलाकात के दौरान ही दुष्यंत के पास उनकी नानी के स्वर्गवास का समाचार पहुंच गया। इसके चलते दुष्यंत दिल्ली में अपनी पार्टी के कार्यालय होते हुए सीधे हिसार के लिए रवाना हो गए।

उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने गृहमंत्री अमित शाह से की 20 मिनट मुलाकात

ठीक 11 दिन पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल तीन दिन तक दिल्ली में रहे और इस दौरान उन्‍होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सहित कई केंद्रीय नेताओं से मुलाकात की। इसके बाद अब दुष्यंत चौटाला की अमित शाह से मुलाकात को सामान्य राजनीतिक घटनाक्रम नहीं माना जा रहा है। ऐसा भी नहीं है कि हरियाणा में भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार को कोई खतरा है या आपस में दोनों दलों के बीच कोई मनमुटाव पैदा हो गया है।

मंत्रिमंडल विस्तार व राजनीतिक नियुक्तियों नहीं होने से जजपा चिंतित

असल में मुद्दा सिर्फ इतना ही है कि दुष्यंत चाहते हैं कि मनोहर मंत्रिमंडल में उनके कोटे से एक मंत्री को शीघ्र शपथ दिला दी जाए। इसके अलावा राज्य में जो राजनीतिक नियुक्तियां होनी हैं, उनमें से गठबंधन पार्टी के हिस्से की नियुक्तियां भी शीघ्र कर दी जाएं। दोनों दलों के शीर्ष नेताओं के बीच इसके लिए सहमति भी बन चुकी है मगर फिलहाल मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कुछ ऐसे तर्क हैं जिनके कारण जजपा यह राजनीतिक ताकत नहीं दी जा रही है। खुद मुख्यमंत्री मनोरह लाल इस बार 31 मई को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर सारी स्थिति स्पष्ट करके जा चुके हैं मगर दुष्यंत ने जजपा कोटे के एक मंत्री के लिए दबाव बनाया हुआ है।

मनोहरलाल चाहते हैं ऐलनाबाद उपचुनाव के बाद हो मंत्रिमंडल का विस्तार

मुख्यमंत्री मनोहर लाल चाहते हैं कि राज्य में ऐलनाबाद सीट पर उपचुनाव होना है। इस सीट के उपचुनाव के बाद स्वयं ही जजपा के कोटे का मंत्री बनवा देंगे और जजपा के हिस्से की सरकार में बतौर बोर्ड, निगम चेयरमैन व सदस्य के रूप में राजनीतिक नियुक्तियां भी कर दी जाएंगी। दुष्यंत का कहना है कि पहले कोरोना संकट फिर उपचुनाव की तैयारी, ऐसे तो उनका कार्यकाल बीत जाएगा। इसलिए उपचुनाव से पहले ही मंत्रिमंडल का विस्तार हो।

दिल्ली में चर्चा यह है कि गृहमंत्री अमित शाह को अपनी बात समझाने में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला शुरू से ही कामयाब रहे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल को जब लगता है कि अब उन्हें अपनी सरकार के हित में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलना है तो वह उनसे मिल लेते हैं। मनोहर लाल 31 मई को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर आए तो उन्होंने स्पष्ट कर दिया था कि मंत्रिमंडल विस्तार पर कोई चर्चा नहीं हुई। इसका अर्थ यही लगाया जा रहा है कि सीएम ने पीएम को राज्य के राजनीतिक हालात बता दिए हैं।

पीएम से हरी झंडी लेने के बाद सीएम ने वस्तुस्थिति भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी बता दिए थे। माना जा रहा है कि सीएम की पीएम से हुई मुलाकात के बाद ही दुष्यंत ने दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मिलने का समय मांगा था। ऐसे कई वाक्या हुए हैं जब पहले दुष्यंत ने पीएम या गृहमंत्री से मुलाकात की है तो सीएम दिल्ली पहुंचे हैं। इसी तरह सीएम पहले यदि पीएम व गृहमंत्री से मिले हैं तो दुष्यंत भी जरूर दिल्ली दरबार में गए हैं।

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