Haryana Budget 2021-22: डिजिटल होगा बजट, MLAs को बिना कोरोना टेस्ट मिलेेेेगा विधानसभा में प्रवेश

Haryana Budget 2021-22 हरियाणा विधानसभा का बजट सत्र 5 मार्च सु शुुुुुरू। बजट इस बार भी डिजिटल तरीके से पेश किया जाएगा। बजट के दौरान किसी तरह की परेशानी न आए इसके लिए राज्य के सभी विधायकों को टैबलेट-लैपटाप लाने के निर्देश दिए गए हैं।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 02:26 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 04:56 PM (IST)
Haryana Budget 2021-22: डिजिटल होगा बजट, MLAs को बिना कोरोना टेस्ट मिलेेेेगा विधानसभा में प्रवेश
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल की फाइल फोटो।

जेएनएन, चंडीगढ़। Haryana Budget 2021-22: हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र से पहले विधायकोंं का कोरोना टेस्ट नहीं होगा। हिमाचल विधानसभा की तर्ज पर हरियाणा विधानसभा भी बजट सत्र की तैयारी करेगी।विधानसभा में विधायकों व कर्मचारियों को थर्मल स्कैनिंग के जरिए प्रवेश मिलेगा। वहीं, हरियाणा का बजट पिछले साल की तरह इस बार भी डिजिटल होगा। 5 मार्च से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में बजट किस दिन आएगा, यह फैसला तो बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में होगा, लेकिन विधानसभा सचिवालय की ओर से सभी विधायकों को सत्र में अपना टैबलेट और लैपटाप लाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। हरियाणा सरकार की ओर से पिछले साल बजट के दिन सभी विधायकों को टैबलेट दिए गए थे।

विधानसभा सत्र में क्षेत्रीय मुद्दे उठाने के लिए सभी दलों के विधायक लगातार सवाल भेज रहे हैं। अब तक करीब 630 तारांकित और अतारांकित सवाल विधानसभा सचिवालय पहुंच चुके हैं। इसके अलावा चार ध्यानाकर्षण प्रस्ताव और दो प्राइवेट मेंबर बिल विधानसभा सचिवालय के पास पहुंचे हैं। बजट सत्र की अवधि को लेकर फैसला 5 मार्च को होने वाली बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में होगा। बजट सत्र में 8, 9 और 10 मार्च को पूछे जाने वाले 60 तारांकित प्रश्नों का चयन ड्रा प्रणाली से किया गया। रोहतक के विधायक भारत भूषण बत्रा, मुलाना के विधायक वरुण चौधरी और विधान सभा के अतिरिक्त सचिव सुभाष चंद शर्मा की मौजूदगी में यह ड्रा निकाला गया।

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वहीं, ई-विधानसभा के लिए संसदीय मामले मंत्रालय और प्रदेश सरकार के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर होने के बाद पत्रकारों से रू-ब-रू विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि सभी महकमों को विधानसभा में रखने से पांच दिन पहले बिल भेजने के लिए लिखित में आदेश जारी किए हैं। इससे कम अवधि में कोई बिल स्वीकार नहीं किया जाएगा। इसका फायदा यह होगा कि सदन की टेबल पर बिल रखने से पहले अध्ययन के लिए विधायकों को भरपूर मौका मिल जाएगा और वह चर्चा में शामिल हो सकेंगे।

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ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि प्रश्न काल के दौरान विधायक अनेक जनहित के विषय उठाते हैं। इसलिए उनका प्रयास रहता है कि प्रश्नकाल में अधिक से अधिक प्रश्नों को स्थान मिल सके। इसके लिए सभी नए और पुराने विधायकों को समान रूप से अवसर उपलब्ध करवाया जा रहा है।

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महम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू के आवास और प्रतिष्ठानों पर आयकर विभाग के सर्वे से जुड़े सवाल पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है। केवल किसी विधायक की गिरफ्तारी के मामले में ही पुलिस को विधानसभा सचिवालय को सूचना देनी होती है। विधानसभा परिसर में पंजाब से हरियाणा के हिस्से के कमरे लेने की चल रही कवायद पर स्पीकर ने बताया कि हम अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं। रुल्स कमेटी की बैठक जल्द ही बुलाई जाएगी, जिसमें आगामी रणनीति तय की जाएगी।

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