हरियाणा जूनियर इंजीनियरों के परिणाम का मामला HC में पहुंचने से सांसत में अभ्‍यर्थी

जेई के 1624 पदों के परिणाम के मामले में सरकार हाई कोर्ट में जवाब नहीं दे पा रही है। मामला फंसे होने व रिजल्‍ट पर खतरा होने से ज्‍वाइन कर चुके युवा सांसत में हैं।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Sat, 11 Jul 2020 12:06 PM (IST) Updated:Sat, 11 Jul 2020 12:06 PM (IST)
हरियाणा जूनियर इंजीनियरों के परिणाम का मामला HC में पहुंचने से सांसत में अभ्‍यर्थी
हरियाणा जूनियर इंजीनियरों के परिणाम का मामला HC में पहुंचने से सांसत में अभ्‍यर्थी

जेएनएन, चंडीगढ़। जूनियर इंजीनियर के 1624 पदों के परिणाम का मामला हाई कोर्ट में पहुंच गया है। इससे ज्‍वाइन कर चुके युवा सांसत में हैं और उनको हाईकोर्ट के फैसले का इंतजार है। इस रिजल्‍ट को चुनौती देने वाली एक याचिका पर सुनवाई जारी है। पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के रुख के कारण उनको अपनी नौकरी पर अब भी खतरा महसूस हो रहा है। अब इस मामले में हरियाणा सरकार के जवाब पर बहुत कुछ निर्भर है, लेकिन उसके जवाब दायर नहीं करने के कारण अब मामला आगे के लिए टल गया है।

बता दें कि झज्जर के तुषार नामक युवा ने पिछले दिनों हाई कोर्ट में जूनियर इंजीनियर भर्ती के परीक्षा परिणाम को चुनौती दी थी। उन्‍हाेंने परीक्षा के मानदंडों पर सवाल उठाया है। इसके बाद हाई कोर्ट में परीक्षा परिणाम पर रोक लगा दी थी। तुषार ने याचिका दायर कर में कमीशन द्वारा 6 जून को कनिष्ठ अभियंता के 1624 पदों के परिणाम को चुनौती दी है।

याचिका में कहा गया है कि कमीशन ने जब इन पदों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया उसके अनुसार 90 अंक लिखित परीक्षा के व 10 अंक सामाजिक आर्थिक मानदंड के लिए तय किए गए थे। भर्ती के लिए परीक्षा के बाद 4 सितंबर 2019 को आयोग ने भर्ती की उत्तर कुंजी घोषित कर उस पर आपत्ति मांगी थी।आपत्ति लेने के बाद भी आयोग ने उनका निपटारा किए बगैर परिणाम घोषित कर दिया। इतना ही नहीं परिणाम घोषित होने के बाद सभी चयनित उम्मीदवार को अगले दिन यानी 7 जून को ज्वाइनिंग करवा दी। वो भी बगैर दस्तावेज की जांच के।

उसने कहा है कि नियमों के अनुसार परिणाम घोषित करने से पहले आपत्तियों का निपटारा करना जरूरी होता है, लेकिन इस मामले में न तो दस्तावेज की जांच हुई और न ही आपत्ति का निपटारा किया गया। उसने सवाल उठाया कि इस भर्ती के परिणाम घोषित करने से ज्वाइनिंग तक इतनी जल्दबाजी क्यों की गई है।

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