GOOD News For Employees: हरियाणा में कच्चे कर्मचारियों की बल्ले-बल्ले, मिलेगी अब ज्यादा पगार, सरकार ने बदला डीसी रेट, जानें कहां कितनी सेलरी
GOOD News For Employees हरियाणा के कच्चे (अस्थायी) कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है। अब राज्य के कच्चे कर्मचारियों को ज्यादा वेतन मिलेगा। हरियाणा सरकार ने कच्चे कर्मचारियों के लिए डीसी रेट में बदलाव किया है और इससे उनके वेतन में वृद्धि होगी।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। GOOD News For Employees:: हरियाणा के कच्चे कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है। राज्य की भाजपा - जजपा सरकार ने कच्चे कर्मचारियों को नवरात्र शुरू होने से पहले ही वेतन में बढ़ोतरी का तोहफा दिया है। राज्य सरकार ने कच्चे कर्मचारियों के लिए डीसी रेट में बदलाव किया है। राज्य पहले जहां सभी जिलों में अलग-अलग डीसी रेट (मजदूरी की दर) मिलता था, वहीं अब सरकार ने पूरे प्रदेश को तीन जोन में बांटते दिया है। जाेन के अनुसार कच्चे कर्मचारियों के लिए डीसी रेट तय किया गया है।
गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत और पंचकूला में मिलेगा सर्वाधिक डीसी रेट
प्रथम श्रेणी के शहरों में नए अनुबंधित कर्मचारियों को तृतीय श्रेणी के शहरों की तुलना में करीब 3200 रुपये ज्यादा डीसी रेट मिलेगा। इसी तरह पांच साल के अनुभव वाले अनुबंधित कर्मचारियों को प्रथम श्रेणी के जिलों में तृतीय श्रेणी के जिलों की तुलना में 3520 रुपये ज्यादा मिलेंगे। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम, फरीदाबाद, और सोनीपत के साथ ही प्रदेश की राजधानी चंडीगढ़ से लगते पंचकूला को प्रथम श्रेणी में रखा गया है। इन जिलों में सर्वाधिक डीसी रेट मिलेगा।
महेंद्रगढ़, फतेहाबाद, सिरसा, नूंह और चरखी दादरी में मिलेगी सबसे कम तनख्वाह
13 जिले पानीपत, झज्जर, पलवल, करनाल, अंबाला, हिसार, रोहतक, रेवाड़ी, कुरुक्षेत्र, कैथल, यमुनानगर, भिवानी और जींद को दूसरी श्रेणी में रखा गया है। इनमें प्रथम श्रेणी के जिलों से कम, लेकिन तृतीय श्रेणी के जिलों से ज्यादा पगार मिलेगी। पांच जिले महेंद्रगढ़, फतेहाबाद, सिरसा, नूंह और चरखी दादरी तीसरी श्रेणी में शामिल हैं जहां डीसी रेट सबसे कम रखा गया है।
नए अनुबंधित कर्मचारियों के लिए डीसी रेट
श्रेणी - अर्धकुशल (गैर तकनीकी) - अर्धकुशल (तकनीकी) - कुशल कर्मचारी
---------
पांच साल के अनुभव वाले अनुबंधित कर्मचारियों के लिए डीसी रेट
श्रेणी - अर्धकुशल (गैर तकनीकी) - अर्धकुशल (तकनीकी) - कुशल कर्मचारी प्रथम श्रेणी - 22,640 - 23,320 - 24,670 द्वितीय श्रेणी - 20,360 - 21,030 - 22,380 तृतीय श्रेणी - 19,130 - 19,800 - 21,150
(नोट : राशि रुपये में है)