हरियाणा के पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप से मिले गुलाम नबी आजाद, कांग्रेसियों में चर्चाओं का बाजार गर्म

पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के असंतुष्‍ट नेता गुलाम नबी आजाद ने मंगलवार को हरियाणा के पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह से उनके निवास पर पहुंचे। राज्‍य के कांग्रेसियों में इस मुलाकात को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 09:31 PM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 06:23 AM (IST)
हरियाणा के पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप से मिले गुलाम नबी आजाद, कांग्रेसियों में चर्चाओं का बाजार गर्म
हरियाणा के पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह के साथ गुलाम नबी आजाद। (जागरण)

नई दिल्ली, [बिजेंद्र बंसल]। कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य व राज्यसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद मंगलवार को अचानक हरियाणा कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह से मुलाकात के लिए पहुंचे। आजाद फरीदाबाद में महेंद्र प्रताप के निवास पर पहुंचे। इसके बाद राज्‍य के कांग्रेसियों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। आजाद को असंतुष्‍ट कांग्रेसी माना जाता है।

गुलाम नबी आजाद मंगलवार दोपहर फरीदाबाद पहुंचे। आजाद ने पहले सेक्टर-16 में अपने स्टाफ के सदस्य के परिजन की दुखद मौत पर शोक जताया और वहां से सीधे पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह के सैनिक कालोनी स्थित निवास पहुंचे। महेंद्र प्रताप सिंह हरियाणा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और दो बार मंत्री रह चुके हैं। अब हालांकि वह सक्रिय राजनीति से दूर हैं। 2019 का चुनाव भी महेंद्र प्रताप सिंह के बेटे विजय प्रताप सिंह ने बड़खल विधानसभा क्षेत्र से लड़ा था।

कांग्रेस के जी-23 के प्रमुख नेता आजाद की महेंद्र प्रताप सिंह से यह मुलाकात चर्चा का विषय बनी हुई है। अब से पहले जी-23 को हरियाणा में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित सिर्फ दो ही नेताओं का समर्थन था। इस मुलाकात के दौरान महेंद्र प्रताप सिंह के दोनों बेटे विजय और विवेक सहित पार्षद राकेश भड़ाना भी उपस्थित थे। महेंद्र प्रताप सिंह के मित्र और हरियाणा सरकार में चेयरमैन रहे प्रोफेसर रतीराम भी इस मुलाकात के साक्षी बने।

हरियाणा में फिलहाल कांग्रेस के संगठन को लेकर प्रदेश स्तरीय नेताओं में सहमति बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। जिलाध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर प्रमुख नेताओं की दिल्ली में बैठक भी हो चुकी है। ऐसे दौर में महेंद्र प्रताप सिंह की आजाद से मुलाकात के अनेक मायने भी निकाले जा रहे हैं, क्योंकि उनके बेटे विजय प्रताप सिंह भी जिलाध्यक्ष की दौड़ में हैं। हालांकि खुद महेंद्र प्रताप सिंह राजनीतिक गतिविधियों से अलग हैं , लेकिन आजाद से उनकी पुरानी दोस्ती रही है।

चुनाव से ठीक पहले आजाद ने इस दोस्ती की चर्चा एक सार्वजनिक मंच से भी की थी। महेंद्र प्रताप सिंह से जब इस मुलाकात के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि आजाद उनके मित्र हैं। इस नाते उनसे मिलने आए। मिठाई खिलाई और ठंडाई पिलाई, पुरानी यादें ताजा हुईं और बस। जी-23 के बारे में कोई चर्चा के सवाल पर महेंद्र प्रताप सिंह बोले दोनों के बीच चिंतनशील चर्चा हुई। चर्चा में देश में पैदा हो रहे अविश्वास, आíथक हालात को लेकर तो चिंता व्यक्त हुई मगर जी-23 को लेकर कोई बात नहीं हुई। पूर्व मंत्री ने कहा कि संकट काल में विपक्ष के नेताओं को सत्तारूढ़ दल से भी ज्यादा सतर्क होकर काम करना चाहिए।

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