हरियाणा को समरस करेगा निधि समर्पण अभियान
भगवान श्रीराम भारतीय जनमानस के रोम-रोम में व्याप्त हैं। राम जी का जीवन समरस समाज का जीवंत उदाहरण है।
जागरण संवाददाता, पंचकूला : भगवान श्रीराम भारतीय जनमानस के रोम-रोम में व्याप्त हैं। राम जी का जीवन समरस समाज का जीवंत उदाहरण है। श्रीराम जी के वनगमन से लेकर अयोध्या वापसी तक समाज के सामान्य नर-नारी, गिरिवासी, वनवासी, ग्रामवासी सहित सभी के साथ स्नेह का संबंध स्थापित किया। रीछ राज जामवंत, पक्षीराज जटायु, वानर राज सुग्रीव, माता शबरी, निषादराज गुह, केवट आदि को साथ लेकर समरस समाज का उदाहरण प्रस्तुत किया। यह बात निधि समर्पण अभियान के प्रांत प्रमुख राकेश त्यागी ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास निधि समर्पण अभियान हरियाणा में आयोजित प्रेस वार्ता में कही।
उन्होंने कहा कि यह निधि समर्पण अभियान विश्व का सबसे बड़ा संपर्क अभियान है। हरियाणा प्रांत में यह अभियान एक से 27 फरवरी तक चलाया जाएगा। हरियाणा के सभी गांवों व बस्तियों में कार्यकर्ता संपर्क अभियान में जुटेंगे। इस दौरान प्रदेश की सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं को साथ जोड़ा जाएगा। हरियाणा के 6726 ग्रामों व 1202 बस्तियों में 45 हजार कार्यकर्ता टोलियों में घर-घर जाकर संपर्क करेंगे। पंचकूला जिले के 202 गांवो व 40 बस्तियों में 1500 कार्यकर्ता हर घर में संपर्क करेंगे।
साध्वी अमृता दीदी ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि के विस्तृत स्थान के अति दिव्य विस्तार के लिए प्रत्येक हिंदू को अब अपनी अस्मिता से जोड़ने का समय आ गया है। यह एक केवल मंदिर निर्माण का विषय नहीं है, यह अन्याय पर न्याय की विजय के साथ ही असत्य पर सत्य के आधिपत्य का विषय है जिसका साक्षी हमें बनना है। साक्षी बनने का सबसे बड़ा साधन समर्पण का ही सिद्ध होगा।
इस अवसर पर अभियान के प्रांत प्रचार-प्रसार प्रमुख मंजुल पालीवाल, अभियान जिला प्रमुख सत्यनारायण, सह जिला प्रमुख गुलाब एवं शैलेश, अभियान जिला प्रचार प्रमुख राजीव कुमार, अभियान सह जिला प्रचार प्रमुख सुमंतो घोष मौजूद थे।