Hooda Vs Chautala: हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का ओमप्रकाश चौटाला पर पलटवार, कहा- सियासी लाभ के लिए झूठ न बोलें

Hooda Vs Chautala हरियाणा के पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर उन्हें जेबीटी शिक्षक भर्ती मामले में फंसाकर जेल भेजने का आरोप लगाया था। इस पर हुड्डा ने पलटवार किया है। कहा कि वह अनर्गल बयानबाजी न करें।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Sat, 11 Sep 2021 08:18 PM (IST) Updated:Sat, 11 Sep 2021 08:18 PM (IST)
Hooda Vs Chautala: हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का ओमप्रकाश चौटाला पर पलटवार, कहा- सियासी लाभ के लिए झूठ न बोलें
भूपेंद्र सिंह हुड्डा व ओमप्रकाश चौटाला की फाइल फोटो।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। जेबीटी शिक्षक भर्ती घोटाले में जेल भेजने के लिए कांग्रेस द्वारा षड्यंत्र रचने का आरोप लगा रहे पूर्व मुख्यमंत्री और इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला पर विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि चौटाला एक वयोवृद्ध नेता हैं और वह उनका सम्मान करते हैं, लेकिन उम्र के इस पड़ाव पर भी महज सियासी लालसा के लिए उन्हें झूठ का सहारा नहीं लेना चाहिए। एक उम्रदराज नेता को तथ्यों के विपरीत अनर्गल बयानबाजी शोभा नहीं देती।

तथ्यों के साथ अपनी बात रखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार में चौटाला के खिलाफ कोई एफआइआर दर्ज नहीं हुई। जेबीटी भर्ती घोटाले के आरोप चौटाला के अपने आइएएस अधिकारी ने लगाए थे। चौटाला ने ही उसे डायरेक्टर प्राइमरी एजुकेशन लगाया था जिसने पांच जून 2003 को सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की और जेबीटी सलेक्शन की दो लिस्ट पेश की। उस वक्त चौटाला खुद हरियाणा के मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री थे।

आइएएस रजनी शेखरी सिब्बल ने जुलाई 2000 से पहले जो असली लिस्ट अलमारी के अंदर सील करके रखी थी, वह लिस्ट कैसे बदली, किसने बदली और दूसरी सिलेक्शन लिस्ट उस अलमारी में कैसे पहुंची? यह सारे सवाल चौटाला सरकार के दौरान उठे थे न कि कांग्रेस सरकार के दौरान। इतना ही नहीं, 25 नवंबर 2003 को माननीय सर्वोच्च न्यायालय की खंडपीठ ने इस मामले की जांच सीबीआइ को सौंपी थी न कि कांग्रेस सरकार ने। कोर्ट के इसी आदेश पर ओम प्रकाश चौटाला और अन्य पर मुकदमा चला था।

हुड्डा ने कहा कि गठबबंधन सरकार की नीतियों के चलते आज प्रदेश का हर वर्ग प्रताडि़त है। बेरोजगारी, अपराध व नशा चरम पर है। सूबे का किसान 10 महीने से सड़कों पर है। ऐसे में सरकार के बजाय प्रतिपक्ष पर निशाना साधना पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला की दिशाहीन राजनीति को दर्शाता है। भाजपा की विफलताओं से ध्यान भटकाने के लिए चौटाला प्रतिपक्ष पर निशाना साध रहे हैं। जनता जानती है कि हरियाणा में भाजपा की जड़े जमाने का काम इनेलो ने ही किया है। आज उन्हीं के परिवार की मेहरबानी के चलते प्रदेश में भाजपा सत्ता पर काबिज है।

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